नई दिल्ली। सरकार ने रेफ्रिजरेंट्स के साथ आने वाले एयर कंडीशनर (AC) के आयात पर पाबंदी लगा दी है. घरेलू मैन्युफक्चरिंग को बढ़ावा देने और गैर-जरूरी सामानों के आयात में कमी लाने के लिए यह कदम उठाया गया है. इससे चीनी कारोबारियों को बड़ा झटका लगेगा. गौरतलब है कि देश में एसी का बाजार करीब 40 हजार करोड़ रुपये का है. भारत अपनी एसी की जरूरत का करीब 28 फीसदी आयात चीन से करता है. कई मामलों में तो एसी के 85 से 100 फीसदी कम्पोनेंट आयात किए जाते हैं.
विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक अधिसूचना में कहा, ‘रेफ्रिजरेंट्स के साथ एयर कंडीशनर के आयात को लेकर नीति संशोधित की गई है. इसके तहत इसे मुक्त श्रेणी से हटाकर प्रतिबंधात्मक सूची में डाला गया है.’ स्प्लिट और विंडो या अन्य सभी तरह के एयरकंडीशनर के आयात पर रोक लगायी गई है. भारत में कई विदेशी कंपनियों ने अपने प्लांट लगा रखे हैं. उनके कारोबार पर इसका असर नहीं होगा.
जुलाई महीने में भारत सरकार ने रंगीन टेलीविजन सेट के आयात पर बैन लगा दिया था. चीन से बड़े पैमाने पर कलर टीवी भारत मंगाए जाते थे. लेकिन सरकार ने उस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया है. जून में सरकार ने कार, बसों और मोटरसाइकिल में उपयोग होने वाले नये न्यूमैटिक टायर के आयात पर पाबंदी लगाई थी.
गौरतलब है कि सीमा पर चीनी सेनाओं की हरकतों के बाद देश में चीन के खिलाफ एक माहौल बन गया है. टिक टॉक, वी चैट समेत चीनी ऐप्स बंद करने का फैसला लिया गया. यही नहीं, भारत में चीनी कंपनियों को मिले कई टेंडर कैंसिल कर दिए गए.
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