मुस्लिम समाज के नुमाइंदे बोले-खजराना जैसी घटना इस बार नहीं घटेगी

  • मुस्लिम इलाकों में देंगे समझाइश, भाजपा-कांग्रेस के नेताओं ने दिया आश्वासन

इंदौर। पिछले साल खजराना क्षेत्र में ताजिए निकाले जाने पर कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान न रखते हुए घरों से बाहर आ गए थे। इस मामले में कुछ लोगों के खिलाफ प्रशासन ने प्रकरण भी दर्ज किया था। इस बार मुस्लिम समाज की ओर से आश्वासन दिया गया है कि किसी भी क्षेत्र से ताजिए नहीं निकाले जाएंगे और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।


कल से मोहर्रम शुरू हो रहे हैं और 10वीं तारीख, यानी 20 अगस्त को यौमे आशुरा का पर्व मनाया जाएगा, लेकिन इस बार भी प्रशासन ने ताजियों के जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया है और घरों में ही इबादत करने के लिए कहा है। कल जिला प्रशासन द्वारा बैठक ली गई थी, जिसमें मुस्लिम समाज के प्रबुद्धजन के साथ-साथ कलेक्टर मनीष सिंह और डीआईजी मनीष कपूरिया भी मौजूद थे। बैठक में समाज की ओर से शहर काजी डॉ. इशरत अली, हज कमेटी के पूर्व अध्यक्ष इनायत हुसैन कुरैशी भी विशेष तौर पर मौजूद थे। मुस्लिम समाज के कांग्रेस-भाजपा के नेता भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि सभी मुस्लिम इलाकों में नगर सुरक्षा समिति और शांति समिति के माध्यम से मीटिंग करवाई जाए और अभी से ऐसा माहौल बनाया जाए कि ताजियों के जुलूस नहीं निकाले जाएंगे। खजराना से बैठक में शामिल हुए लोगों ने कहा कि इस बार खजराना के लोगों को समझा दिया गया है कि वे ऐसी गलती न करें। प्रशासन ने भी समाज के प्रबुद्धजन को लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहकर शांति बनाए रखने को कहा है।

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