म्यूनिख। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आते ही यूक्रेन से ठन गई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की को ट्रंप के किसी वादे, इरादे और दावे पर भरोसा नहीं हो पा रहा है। लिहाजा उन्होंने कई मामलों में अमेरिका से दूरी बनानी शुरू कर दी है। हालांकि बाइडेन के शासनकाल में जेलेंस्की की अमेरिका ने सबसे ज्यादा मदद की थी। मगर अब पूरे समीकरण बदल गए हैं। इस बीच जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने अपने मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वे यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों तक अमेरिका की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रस्तावित समझौते पर हस्ताक्षर न करें, क्योंकि यह प्रस्ताव अमेरिकी हितों पर अत्यधिक केंद्रित है।
जेलेंस्की के इस ऐलान से अमेरिका और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ना तय माना जा रहा है। वार्ता से परिचित एक वर्तमान और एक पूर्व वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, शुक्रवार को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ जेलेंस्की की वार्ता के केंद्र में यही प्रस्ताव था। व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने समझौते को अस्वीकार करने के जेलेंस्की के निर्णय को फिलहाल के लिए ‘‘अदूरदर्शी’’ बताया। जेलेंस्की ने शनिवार को म्यूनिख में ‘एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा, ‘‘मैंने मंत्रियों को संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करने का निर्देश दिया क्योंकि मेरे विचार में यह हमारी, हमारे हितों की रक्षा करने के लिए नहीं है।’’
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