बुलढाणा। शनिवार रात महाराष्ट्र (Maharashtra) के बुलढाणा (Buldhana) में हुए दर्दनाक बस हादसे की वजह टायर फटना नहीं था, जैसा कि ड्राइवर (Driver) ने पुलिस को बताया है। अमरावती के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने टायर फटने या तेज रफ्तार के चलते बस के पलटने की संभावना को खारिज कर दिया है। आरटीओ का कहना है कि घटनास्थल पर रबर के टुकड़े या टायर के कोई निशान नहीं मिले। घटना के प्रभाव का निशान व्हील डिस्क पर था, जो मुड़ा हुआ था।
आरटीओ (RTO) ने हादसे में जिंदा बचे लोगों से बातचीत और मौके का मुआयना करने के बाद तैयार की रिपोर्ट में यह बात कही है। रिपोर्ट के मुताबिक, जीवित बचे एक यात्री ने बताया कि बस सड़क के दाईं ओर एक स्टील के खंभे से टकराई थी जिससे चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिसके बाद बस डिवाइडर से टकराई और पलट गई। रिपोर्ट में यह भी है बस की गति बहुत अधिक नहीं रही होगी।
ड्राइवर की लापरवाही से हुआ हादसा!
परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हादसे का कारण बस ड्राइवर का ध्यान भटकना हो सकता है, जिसके चलते उसका बस पर से नियंत्रण खो गया और बस खंभे टकराने के बाद पलट गई। बस स्वामी विरेंद्र डारना ने बताया कि उन्होंने 2020 में यह बस खरीदी थी। इसका ड्राइवर दानिश अनुभवी चालक है। वहीं, सूत्रों ने बताया कि बस का रजिस्ट्रेशन 24 जनवरी 2020 को कराया गया था। उसका फिटनेस सर्टिफिकेट 10 मार्च 2024 तक मान्य था।
हादसों रोकने के लिए सरकार ने नहीं की कोई कोशिश : उद्धव
शिवसेना उद्धव गुट के अध्यक्ष व पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, सरकार समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर हादसों को रोकने के लिए कुछ नहीं कर रही है। बुलढाणा के दुर्भाग्यपूर्ण हादसे से तो सरकार की नींद टूटनी चाहिए। अब तक 300 से अधिक लोग इस एक्सप्रेस वे पर हुए हादसों में जान गंवा चुके हैं।
एक्सप्रेस-वे में कोई कमी नहीं: फडणवीस
एक्सप्रेस-वे के निर्माण की खराब गुणवत्ता की आलोचना को दरकिनार करते हुए फडणवीस ने कहा, निर्माण में कोइ कमी नहीं है। एक्सप्रेस-वे पर अब तक हुए हादसों में सिर्फ वाहन और मानवीय गलती ही सामने आई है। पीएम मोदी ने 520 किमी लंबे नागपुर मुंबई समृद्धि महामार्ग के चरण 1 का उद्घाटन पिछले साल दिसंबर में किया था। मैंने पिछले हफ्ते ही एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं की संख्या पर चिंता व्यक्त की थी।
Share: