• img-fluid

    बिहार: चिराग पासवान की दोनों मां 44 साल बाद दिखीं एक साथ, बेटे को दिया आशीर्वाद

  • February 19, 2022

    पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष (National President) व जमुई सांसद चिराग पासवान (Jamui MP Chirag Paswan) अपनी मां रीना पासवान (Reena Paswan) एवं परिवार के अन्य सदस्यों के साथ 44 साल बाद अपनी बड़ी मां और दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी से मिले। इस दौरान घर-परिवार एवं गांव के लोगों की भाड़ी भीड़ जुट गई।

    चिराग पासवान शुक्रवार को अपनी मां रीना पासवान के साथ अपने पैतृक गांव शहरबन्नी में पहुंचे। यहां उनकी बड़ी मां राजकुमारी देवी भी रहती हैं. चिराग अपनी मां को लेकर राजकुमारी देवी के पास पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया।


    इससे पहले चिराग पासवान ने रीना पासवान के साथ शहरबन्नी में ही दादा एवं दादी के स्मारक पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके पहले वे मेघौना माध्यमिक सह उच्च विद्यालय भी पहुंचे जहां रामविलास पासवान ने पढ़ाई की थी। उन्होंने कहा कि इस स्कूल में पढ़ाई के लिए मेरे पिता नदी को पार करके आते थे। उन्होंने बताया कि स्कूल की स्थिति को सुधारने के लिए पापा ने स्कूल में कंप्यूटर लैब और लाइब्रेरी भवन का निर्माण कार्य भी करवाया था।

    रामविलास पासवान की दोनों पत्नियों की ये मुलाकात कुछ पलों के लिए थी लेकिन लंबे समय बाद इस पारिवारिक मिलन के दृश्य ने परिवार के लोगों के साथ-साथ ग्रामीणों को भी आनंदित कर दिया। इस दौरान रीना पासवान और राजकुमारी देवी ने एक साथ चिराग पासवान को आशीर्वाद दिया. रीना पासवान ने चिराग और राजकुमारी देवी को गले से भी लगाया।

    रामविलास पासवान ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था, “मैं उस इलाके में पैदा हुआ जहां प्राइमरी स्कूल नहीं था, स्कूल तक जाने के लिए 3 किलोमीटर चलकर जगमोहरा जाना पड़ता था. मिडिल स्कूल भी 3 किमी दूर था. इसके बाद जब आठवीं में पढ़ने आया तो 2 नदियां रोज पार करनी पड़ती थीं ” आज अगर आप प्रचंड वेग से बह रही बिहार की नदियों की तस्वीरें देखते हैं तो याद कीजिए वो मौके जब बालक रामविलास पासवान दो नदियों को पार करके अपने स्कूल जाते थे।

    Share:

    वर्ष 2008, 70 मिनट, 21 धमाके, 56 मौतें..., जानिए कैसे सुलझा Ahmedabad Blast Case

    Sat Feb 19 , 2022
    अहमदाबाद। गुजरात (Gujarat) के अहमदाबाद (Ahmedabad) में साल 2008 के सिलसिलेवार धमाकों (2008 serial blasts Case) में जान गंवाने वाले 56 लोगों और 200 से ज्यादा घायलों को शुक्रवार को न्याय मिल गया। विशेष अदालत ने 38 आरोपियों को फांसी की सजा (mastermind safdar nagori) सुनाई है. वहीं, 11 को उम्रकैद मिली है. 70 मिनट […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शनिवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved