कोलकाता। पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। चुनाव आयोग ने भी मतदाता सूची संशोधन की प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा कर दी है। खबर है कि सितंबर महीने के मध्य से प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी अब सक्रिय होने लगी है। प्रदेश भाजपा ने अपने सभी जिलों के पदाधिकारियों को विशेष संदेश भेजा है, जिसमें कहा गया है कि स्थानीय नेता अपने-अपने क्षेत्रों में मतदाता सूची संशोधन पर विशेष तौर पर नजर रखें।
ऐसी आशंका है कि भारतीय जनता पार्टी से जुड़े लोगों अथवा समर्थकों का नाम मतदाता सूची से काटा जा सकता है। पार्टी की ओर से प्रदेश के सभी पदाधिकारियों को एक संदेश भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि 30 अगस्त तक ऐसे लोगों के नाम की सूची प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व को भेजी जाए जिनका नाम लोकसभा चुनाव के समय मतदाता सूची से काट दिया गया था। राज्य में 70,000 बूथ है। प्रत्येक बूथ से ऐसे लोगों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
यानी भारतीय जनता पार्टी इस बार विधानसभा चुनाव से पहले पूर्ण रूप से यह सुनिश्चित करना चाहती है कि किसी भी मतदाता का नाम सूची से ना कटे। भले ही चुनाव आयोग द्वारा सितंबर में सूची संशोधन की प्रक्रिया शुरू होगी लेकिन पार्टी पहले से ही ऐसे लोगों की सूची तैयार रखना चाहती है जिनका नाम हटाया गया है। प्रदेश भाजपा सूत्रों ने बताया कि इस बार ना केवल राज्य चुनाव आयोग बल्कि केंद्रीय चुनाव आयोग को भी सूची संशोधन में की जाने वाली धांधली से अवगत कराया जाएगा।
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