लखनऊ। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों और सरकार के बीच सोमवार को बैठक में एक बार फिर सहमति नहीं बनने पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज कसा है।
अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा सरकार ने आज फिर निरर्थक वार्ता करके अगली तारीख दे दी। उन्होंने कहा कि हर बार आधा दिन गुजार कर दो बजे बैठक करने से ही लगता है कि भाजपा सरकार आधे मन से आधे समय काम करके, इस आन्दोलन को लम्बा खींचना चाहती है, जिससे किसानों का हौसला टूटे पर किसान टूटने वाले नहीं, सत्ता का दंभ तोड़ने वाले हैं।
दरअसल किसान संगठनों और सरकार के बीच अगले दौर की वार्ता अब 8 जनवरी को होगी।अखिलेश ने इससे पहले आज पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में भी किसानों को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार पर किसानों को बिल्कुल भरोसा नहीं है। भाजपा ने मंडी बंद कर दी, कई मंडी बेच दी। इस दौरान कितने किसानों पर आंसू गैस के गोले चलाए गए, कितनों की हत्या हो गई, कितनों ने आत्महत्या कर ली और कितनों की जानें चली गई। लेकिन, इस सरकार को किसानों की परवाह नहीं है।
सपा अध्यक्ष ने किसानों को सम्मान राशि दिए जाने को लेकर कहा कि यह सरकार हमारी नकल कर रही है। हम लोग पांच सौ रुपया महीना समाजवादी पेंशन देते थे। हमने कभी नहीं कहा कि छह हजार सालाना देते हैं। पेंशन सभी गरीबों को मिलती थी। उसे इस सरकार ने बंद कर केवल किसानों को देना शुरू किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गन्ना मूल्य का भुगतान दस हजार करोड़ रुपये बकाया है। (एजेंसी, हि.स.)
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