आचंलिक

कॉउ केचर की मदद से बेसहारा मवेशियों की धरपकड़ शुरू

  • पशु पालकों ने सड़कों पर मवेशियों को छोड़ा तो होगा जुर्माना

गंजबासौदा। नागरिकों की मांग और नपा अध्यक्ष श्रीमती शशि अनिल यादव की पहल पर आखिर शनिवार से शहर में सड़कों पर आम नागरिकों वाहन चालकों के लिए परेशानियों का कारण बने बेसहारा मवेशियों की धरपकड़ का अभियान काऊ कैचर की मदद से शुरू कर दिया गया है। पहले दिन 11 मवेशियों को काऊकेचर की मदद से पकडऩे के बाद उन्हें सुरक्षित गौशालाओं में छोड़ा दिया गया है। यह अभियान 1 महीने तक लगातार जारी रहेगा रात्रि के समय भी सड़कों पर स्वच्छंद विचरण करने वाले मवेशियों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जाएगा। मालूम हो कि नगरपालिका ने मवेशियों को पकडऩे के लिए विदिशा से काऊकेचर पिंजरा मंगाया है। शनिवार सुबह जबनपा अमले ने अभियान शुरू किया तो उन्हे मवेशियों को पिंजरे तक लाने में काफी मशक्कत करना पड़ी। शनिवार को सबसे पहले यह अभियान मुख्य मार्गों पर स्वच्छंद विचरण करने वाले मवेशियों की धरपकड़ से शुरू किया गया स्टेशन रोड वरेठ रोड सावरकर चौक सिरोंज चौराहा से शुरू हुआ इन क्षेत्रों में बीच सड़क पर मवेशियों के बैठने के कारण रोज वाहन चालक और पैदल राहगीर दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे थे। नेहरू चौक क्षेत्र में कई बार आंकड़ों के भिड़ंत के कारण वाहन चालक और पैदल राहगीर अपने हाथ पैर तक करवा चुके हैं उपचार के दौरान ऐसे कई घायल लोगों की मौत तक हो चुकी है। स्थानीय नागरिक लंबे समय से मवेशियों की धरपकड़ की मांग कर रहे थे आखिर लंबे अरसे बाद नगर पालिका प्रशासन द्वारा या अभियान शुरू किया गया है जिसकी लोग अब सराहना भी करने लगे हैं।


कॉउ कैचर से पकड़ कर इन गौशालाओं में भेजेगे मवेशी
पशुओं की धरपकड़ मुहिम के दौरान काऊकेचर की मदद से पकड़े जाने वाले गोवंश को दाऊदय गौशाला में 50 गोवंश बरेट ग्राम के पास स्थित देवेंद्र भार्गव की गौशाला में 30 गोवंश ईदगाह रोड खेड़ापति हनुमान मंदिर स्थित गौशाला में 25 गोवंश को भेजा जाएगा । नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि देवेंद्र यादव ने बताया कि शहर की अन्य गौशाला संचालकों से भी चर्चा की जा रही है जहां सड़कों पर स्वच्छंद विचरण करने वाले गोवंश को पकडऩे के बाद सुरक्षित भेजा जा सके और उनकी चारा पानी की संपूर्ण व्यवस्था की जा सके उन्होंने गोपाल को से भी अपील की है कि वह अपने गोवंश को सड़कों पर ना भटकने दें उनकी सेवा गौ माता के रूप में करें। नगर पालिका प्रशासन द्वारा गांव के चार की मदद से बेसहारा मवेशियों की धरपकड़ का अभियान लगातार एक माह तक चलाया जाएगा ग्रामीण अंचल के पशुपालकों से भी कहा जा रहा है कि वह शहर में गोवंश अकोला करना छोड़े जिससे यहां यातायात व्यवस्था सुचारू रहे बाधा उत्पन्न ना हो।

शासन से लाखों का अनुदान लेने वाली गौशाला आए हैं खाली
यहां यह उल्लेखनीय है कि ग्रामीण अंचलों में ऐसी कई गौशाला में लाखों का अनुदान शासन से लेने के बाद बनाई गई है जिनमें आज भी एक भी गोवंश नहीं है। अभी तक प्रशासन ने ना तो इन गौशालाओं की जांच की कि यहां कितने गोवंश पारले जा रहे हैं और ना ही जांच के बाद इन पर कार्रवाई की गई है जबकि लगातार नागरिक ऐसी खाली गौशालाओं की फोटो और यहां की अव्यवस्थाओं की शिकायतें भी कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी इसको वायरल किया जा रहा है लेकिन अभी तक विभाग द्वारा यहां कोई कार्रवाई नहीं की गई है। लेकिन इन्हें अभी भी लाखों का अनुदान दिया जा रहा है। विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि ऐसी कई गौशाला ए मुरली मेवली ट्रॉली सहित दर्जनों ग्रामीण अंचलों में है। जो अनुदान से चल रही हैं।

फसलों में उजाड़ करने पर ग्रामीण छोड़ जाते हैं सड़कों पर पशु
तहसील की 101 पंचायतों में अधिकांश गांवों में सुरक्षित चरणों की भूमि गायब है यहां गोवंश को चारा उपलब्ध नहीं हो रहा है खेतों में खड़ी फसलों में उजाड़ होने की स्थिति में ग्रामीण किसान इन गोवंश को घेरकर शहर की सड़कों पर रात्रि के समय छोड़ जाते हैं इन्हें कोई चारा और आश्रय नहीं मिलने के कारण सड़कों पर हीन की धमाचौकड़ी शुरू हो जाती है जिससे यहां रोज हादसों की स्थिति निर्मित हो रही है। शहर के मुख्य मार्गों के अलावा अंबा नगर ग्रोथ बरेट त्योंदा मार्ग के मुख्य सड़कों पर दर्जनों चौपाई पशुओं की सड़कों पर बैठे रहने से वाहन चालकों को जहां बाहर निकालने में परेशानी होती है वहीं इनके उत्पाद के कारण कई वाहन चालक गंभीर रूप से घायल भी हो रहे हैं। अब तक पशुओं के हमले में दर्जनों लोग घायल होकर अपने हाथ पैर तक करवा चुके हैं इनमें उपचार के दौरान कई लोग मौत का शिकार भी हुए हैं। अब तक इस गंभीर समस्या पर किसी की नजर नहीं थी लेकिन नगरपालिका की नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्रीमती शशि अनिल यादव के द्वारा की गई पहल से शायद इस समस्या से कुछ हद तक निजात मिलने की आस नागरिकों में जागी है।

 

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