रायपुर। छत्तीसगढ़(chhattisgarh) के दो जुड़वा भाई शिवराम साहू (shivram sahu) और शिवनाथ (Shivnath) का निधन (death of two twin brothers) हो गया है. बलौदा बाजार जिले के खैंदा गांव में रहने दोनों भाइयों के शरीर आपस में जुड़े हुए थे और इनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो चुके हैं. लेकिन संदिग्ध हालात में इनकी मौत (death under suspicious circumstances) हो गई. जानकारी के मुताबिक बीमारी को मौत की वजह बताया जा रहा है हालांकि एक वीडियो ने कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं.
जुड़वा भाइयों की मौत के बाद उनका एक वीडियो भी सामने आया है. इस आखिरी वीडियो में दोनों ने अपने पिता पर प्रताड़ित करने का आरोप (father accused of harassing) लगाया है. करीब एक मिनट के वीडियो में दोनों भाई कह रहे हैं कि उनके पिता उन्हें एक पैसा नहीं देते. उनके पैसों से रोज शराब पीते हैं. दोनों भाई ये भी कह रहे हैं कि लवन पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. वीडियो में दोनों भाइयों ने पिता पर उनके 20 लाख रुपये हथियाने का आरोप भी लगाया है.
स्थानीय पुलिस ने भी घरवालों की बात को ही सही मान लिया और बगैर पोस्टमार्टम के दोनों का अंतिम संस्कार किया गया. इसे लेकर लवन पुलिस चौकी प्रभारी पर भी सवाल उठ रहे हैं. अंतिम संस्कार के वक्त भी मौजूद ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम नहीं कराने को लेकर पुलिस पर सवाल खडे़ किए हैं.
धड़ से जुड़ा था दोनों का शरीर
शिवनाथ और शिवराम की उम्र करीब 20 साल थी और इनके दो धड़, दो सिर, चार हाथ के साथ दो पैर थे. दोनों भाई एक साथ अपने सारे काम किया करते थे क्योंकि इनके धड़ आपस में जुड़े थे. उनके पिता राजकुमार साहू ने डॉक्टरों से हवाले से बताया कि दोनों बेटों के दिल, फेफड़े और दिमाग अलग-अलग था.
दोनों भइयों को काफी दिनों से जुकाम और बुखार था. साथ ही डॉक्टरों की सलाह के बाद उनके पिता पास के केमिस्ट से दवा लेकर भी आए थे. पिता का दावा है कि दवा लेने के बावजूद भी दोनों की सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ और ठंडा भोजन करने की वजह से उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई. आखिर में दोनों भाइयों ने दम तोड़ दिया.
पूरे इलाके में बनाई पहचान
स्थानीय पुलिस ने गांव पहुंचकर शुरुआती जांच की और परिजनों के अलावा पड़ोसियों से भी पूछताछ की है. इस पूरे इलाके में दोनों भाई काफी पॉपुलर थे और इनके काफी वीडियो वायरल भी हो चुके हैं. बेटों की मौत के बाद पूरे परिवार सदमे में है. परिवार वालों का कहना है कि जीवन में इतनी चुनौतियों का सामना करने के बावजूद भी दोनों ने खुश रहकर जीना सीख लिया था, हालांकि ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था. दोनों भइयों ने कभी भी अपनी इस चुनौती को कमजोरी नहीं माना बल्कि वह पूरे जज्बे के साथ अपना हर काम खुद ही करते थे.
शिवनाथ और शिवराम की शारीरिक संरचना एकदम जुदा थी. इसके चलते कई एक्सपर्ट ने दोनों की जांच भी की थी और दोनों पर डॉक्युमेंट्री भी बनी है.