बीजिंग। चीन (china) में जीरो कोविड पॉलिसी (zero covid policy) के विरोध में बवाल बढ़ता जा रहा है। विरोध की आग में झुलस रहे कुछ शहर ऐसे हैं जो चीन की अर्थव्यवस्था (China’s economy) की जान हैं। इनमें बीजिंग, चेंगूद, ग्वांगझू, शंघाई और शिनजियांग चीन के वो प्रमुख शहर हैं जो उसके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) (gross domestic product – GDP) में एक बड़ी रकम जोड़ते हैं। दुनिया के कई देश इन शहरों में तैयार होने वाले उत्पादों पर निर्भर हैं। आइए जानते हैं, चीन के इन शहरों की अर्थव्यवस्था में क्या भूमिका है…
बीजिंग: दुनिया की 54 सबसे बड़ी कंपनियों का ठिकाना
अर्थव्यवस्था के मामले में दुनिया के शीर्ष दस शहरों की सूची में आता है। चीन की 100 सबसे बड़ी कंपनियों का संचालन यहीं से होता है। जानकारी के अनुसार, दुनिया की शीर्ष 500 कंपनियों में से 54 यहीं पर हैं। सेवा, उत्पादन और निर्माण के साथ कृषि और खनन का क्षेत्र आय का मुख्य जरिया है। वर्ष 2021 में इसने चीन की अर्थव्यवस्था में कुल 96,500 करोड़ डॉलर का योगदान दिया था। उस साल बीजिंग ने दुनियाभर को कुल 9,450 करोड़ डॉलर का उत्पाद निर्यात किया था। अनुमान है कि 2035 तक बीजिंग की जीडीपी 1.1 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगी।
चेंगदू: चीन का पहला नेशनल हाईटेक जोन
सरकार ने 1998 में इसे हाईटेक इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट जोन (सीडीएचटी) के रूप में विकसित करने का फैसला किया था। अर्थव्यवस्था में हर साल करीब 4000 करोड़ डॉलर का योगदान देता है। हरित ऊर्जा, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, टेलीकॉम क्षेत्र से जुड़े सभी तरह के यंत्र, कृषि क्षेत्र से जुड़े आधुनिक यंत्रों का निर्माण होता है। आईबीएम, विप्रो जैसी बड़ी आईटी कंपनियां भी यहां पर काम कर रही हैं। दूसरे देशों के करीब डेढ़ लाख लोग यहां इन कंपनियों में नौकरी कर रहे हैं। दुनियाभर को इस शहर से हजारों करोड़ डॉलर का सामान हर साल निर्यात होता है।
शंघाई: लोहे और स्टील का निर्यातक शहर
दुनिया की बड़ी से बड़ी स्टील कंपनियां यहीं पर हैं। कहा जाता है कि दुनियाभर के निर्माण और उत्पादन क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाला स्टील इसी शहर से जाता है। मशीनों से जुड़े भारी उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का भी यहां पर बड़े पैमाने पर निर्माण होता है। शंघाई ने 2021 में कंप्यूटर, इंटीग्रेटेड सर्किट, कार, टेलीफोन और बैटरी समेत अन्य वस्तुओं का निर्यात किया जो 34,800 करोड़ डॉलर मूल्य का था। अमेरिका, हांगकांग, जापान, ताइवान, दक्षिण कोरिया, जापान, ताइवान, जर्मनी और अमेरिका जैसे देश इस शहर पर निर्भर हैं।
ग्वांगझू: अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का नया केंद्र
दक्षिण मध्य चीन के इस शहर का अर्थव्यवस्था के लिहाज से विशेष महत्व है। वर्ष 2021 में 44,437 करोड़ डॉलर का योगदान दिया था जो नाइजीरिया के कुल जीडीपी से भी अधिक थी। दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों की कुल करीब 30 हजार से अधिक कंपनियां यहां पर काम कर रही हैं। वित्तीय कंपनियों से लेकर निर्माण और बड़े पैमाने पर अलग-अलग तरह की उत्पादन इकाइयां स्थित हैं। विज्ञान और तकनीक क्षेत्र से जुड़ी करीब 11,000 हजार कंपनियों का यहां पर संचालन हो रहा है। यही कारण है कि इसे चीन का सबसे संपन्न और सुखी शहर भी मानते हैं।
शिनजियांग : चीन के खनिजों का शहर
शिनजियांग खनिज संपन्न शहर है जो चीन के साथ दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था को गति देने में अहम भूमिका निभाता है। ये शहर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस से जुड़े उत्पादों का भी प्रमुख केंद्र है। इसके अलावा कई बड़े केमिकल संयंत्र का यहां पर संचालन होता है ,जहां तैयार होने वाले उत्पाद दुनियाभर को निर्यात होते हैं। ये शहर दुनियाभर के 18 लाख बाजारों का केंद्र है। कृषि उत्पादों के साथ मछली और कॉटन का भी बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है। इस शहर की जीडीपी 9,600 करोड़ डॉल्रर है जो सात फीसदी की दर से बढ़ रही है।
