रोहतक। भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार किसान हितेषी (farmer friendly) होने का ढोंग कर रही है और सरकार की कथनी व करनी में भारी अंतर है। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार के विधायक जहां किसान के हितों की बात कर रहे थे, वहीं विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सरकार के पक्ष में खड़े मिले। साबित हो गया है सरकार के विधायकों को किसान, मजदूर, गरीब आदमी के हितों से कोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा कांग्रेस महिला विधायक पर दिए बयान को लेकर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि मुख्यमंत्री को वह महिलाएं दिखाई नहीं दे रही है जो पिछले तीन महीने से ज्यादा समय से पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर धरना स्थलों पर अपने बच्चों के साथ बैठी है। उन्होंने कहा कि सरकार यह दोहरी नीति क्यों अपना रही है। अनिल नांदल ने कहा कि लगातार किसानों की अनदेखी सरकार को भारी पड़ेगी और जब तक तीन कृषि कानून वापिस नहीं होते तब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि वह एक फायदा भी इन तीन कृषि बिलों का प्रदेश की जनता को बता दे। यह तीन काले कानून सिर्फ कारपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार लेकर आई है, जिसे प्रदेश की जना किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगी। (एजेंसी, हि.स.)
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