- रखरखाव का समय पांच से घटाकर तीन साल किया गया, पुणे की कंपनी संभालेगी
इंदौर। लंबे इंतजार के बाद इंदौर-देवास सिक्स लेन हाईवे और इंदौर बायपास के आधे-अधूरे कार्यों और मेंटेनेंस पूरा करने का ठेका पुणे की कंपनी को सौंप दिया गया है। नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने तीन साल के लिए कंपनी को 68.40 करोड़ रुपए में यह ठेका दिया है। पहले यह ठेका पांच साल के लिए देने की योजना थी। कंपनी ने एनएचएआई की दरों से लगभग 24 प्रतिशत कम दरों पर काम करने का ऑफर दिया था। एनएचएआई ने इस काम की लागत 90 करोड़ रुपए आंकी थी।
पहले एनएचएआई पांच साल के लिए इंदौर-देवास हाईवे और बायपास का ठेका 118 करोड़ रुपए में देने की तैयारी की थी, लेकिन बाद में तय किया गया कि ठेका तीन साल के लिए दिया जाए और इसकी अनुमानित राशि घटाकर 90 करोड़ रुपए कर ली जाए। टेंडर प्रक्रिया में तीन कंपनियों ने हिस्सा लिया था। अफसरों का कहना है कि पुणे की जीडी बेलकर कंपनी ने सबसे न्यूनतम दरों में काम करने का ऑफर दिया, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। हफ्तेभर में अनुबंध आदि की औपचारिकता पूरी कर कंपनी को दोनों सडक़ों के रखरखाव का ठेका सौंप दिया जाएगा।
बारिश के जरूरी काम करेंगे
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांजल ने बताया कि कांट्रेक्टर एजेंसी के कर्ताधर्ताओं से चर्चा कर बारिश में डामर का काम तो नहीं हो सकेगा, लेकिन इसके अलावा अन्य काम पूरे कराए जाएंगे। इनमें नालियों की सफाई, पौधारोपण, टोल प्लाजा के आसपास बंद लाइट सुधारना, साइनेज आदि ठीक करना, नालियों पर ढक्कन लगाना, बायपास और देवास हाईवे की साफ-सफाई और डिवाइडर पर लगे पौधों की छंटाई करने जैसे काम शामिल रहेंगे।