डेस्क: कई लोगों की ये शिकायत होती है कि रात में सोते वक्त या सुबह उठने के बाद भी उनके पैरों में तेज दर्द महसूस होता है. हर तरह के उपायों के बाद भी ये दर्द जाने का नाम नहीं लेता. मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक, जब हम घर के अंदर अधिक रहते हैं और धूप में कम जाते हैं या डाइट से विटामिन डी की कमी हो जाती है तो शरीर में मौजूद कैल्शियम का अवशोषण बोन्स में नहीं कर पाते. ऐसे में बोन से जुड़ी समस्याएं शुरू होने लगती हैं जिससे पैर या जोड़ों में दर्द, फ्रैक्चर आदि का खतरा बढ़ जाता है. आपको बता दें कि विटामिन डी का सबसे बड़ा सोर्स सूरज की किरणें हैं और इस वजह से इस विटामिन को सनलाइट विटामिन भी कहा जाता है.
विटामिन और पैर में दर्द का संबंध
विटामिन डी हड्डी और मांसपेशियों के कार्य के लिए महत्वपूर्ण हैं और इसमें एंटी इंफ्लामेट्री गुण होते हैं जो जोड़ों में दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है. शोधों में यह भी पाया गया है कि विटामिन डी की कमी की वजह से रूमेटाइड गठिया हो सकता है, जो एक क्रोनिक डिजीज है. यह होने पर हिप्स, घुटनों, पैरों में बहुत अधिक सूजन और दर्द बढ़ जाता है.
विटामिन डी की कमी के लक्षण
- इम्यूनिटी : जिन लोगों के शरीर में विटामिन डी की कमी रहती है उनकी इम्यूनिटी भी काफी कमजोर रहती है. जिस वजह से वे बार-बार बीमार पड़ते हैं और हमेशा ही सर्दी खांसी की समस्या रहती है.
- थकावट : अगर आप हर वक्त थकान महसूस करते हैं तो ये भी विटामिन डी की कमी का लक्षण हो सकता है. दरअसल विटामिन डी एनर्जी लेवल को प्रभावित करता है. ऐसा होने पर आप विटामिन डी का टेस्ट करा सकते हैं.
- डिप्रेशन : विटामिन डी की कमी की वजह से आप खुद में लो महसूस करते हैं और ये समस्या आगे बढ़ते हुए डिप्रेशन तक जा सकती है. इससे आपका मानसिक सेहत काफी प्रभावित भी हो सकता है.
- हेयर फॉल : विटामिन डी की कमी होने से बाल गिरने लगते हैं. ऐसे में अपने डाइट में विटामिन डी को शामिल करें.
ये है उपाय
- आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें और विटामिन डी का टेस्ट कराएं.
- दिन में कुछ देर धूप में भी रहें.
- विटामिन डी सेप्लीमेंट का सेवन करें.
- डाइट में विटामिन डी रिच फूड को शामिल करें.