येरूशलम। दुनियाभर में कोरोना (Coronavirus) का कहर अब भी जारी है। कई देशों में स्थिति पहले की तरह हो गई थी, लेकिन अब फिर से नए वेरिएंट्स के मामले बढ़ रहे हैं। इजरायल ने मास्क से छूट देने वाला पहला देश होने का दावा किया था। हालांकि, पिछले 10 दिनों में कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़े। इसके बाद इजराइल की बैनेट सरकार ने सार्वजनिक जगहों पर मास्क (Mask) पहनने की अनिवार्यता को फिर से लागू कर दिया है।
इजराइल का कहना है भारत में सबसे पहले मिला कोरोना का डेल्टा वेरिएंट इजराइल में फैल रहा है। इसी की वजह से देश में एक बार फिर से कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा होना शुरू हो गया है। कोरोना का डेल्टा वेरिएंट वैक्सीन ले चुके लोगों को भी संक्रमित कर रहा है। इजरायल में अब तक 8 लाख 40 हजार 225 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 6,428 लोगों की वायरस से जान जा चुकी है।
इज़राइल के पैंडेमिक रिस्पॉन्स टास्कफोर्स के प्रमुख, नचमन ऐश ने पब्लिक रेडियो को ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक दिन में 100 से अधिक नए मामले आने के बाद सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनने को अनिवार्य कर दिया गया है। ऐश ने कहा कि भारत में पहली बार देखे गए अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वेरिएंट्स के कारण कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी की आशंका थी।
18 प्लस के वैक्सीनेशन की भी हो रही मांग
इजरायल ने पहले लोगों से तमाम तरह की पाबंदियां हटाईं और बाद में भीड़भाड़ की जगहों पर भी मास्क ना पहनने की छूट दे दी। देश में कोरोना वायरस का खतरनाक डेल्टा वेरिएंट मौजूद है, जो लोगों को तेजी से संक्रमित कर रहा है। वहीं, लोग जल्द से जल्द 18 से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि स्थिति ऐसी ही बनी रही तो कई लोगों की जान जा सकती है।
प्रधानमंत्री नफ्टाली बैनेट ने दी चेतावनी
इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्टाली बेनेट ने कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफे को देखते हुए चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि देश को एक बार फिर अपनी चपेट में लेना वाला डेल्टा वैरिएंट विदेश से लौट रहे यात्रियों की वजह से आया है। इसलिए अब अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सख्ती से कोविड टेस्ट किया जाएगा। इसके बाद ही देश में प्रवेश दिया जाएगा।