नई दिल्ली। हिंदू धर्म में दान(Donation) का बहुत महत्व है. व्रत-त्योहार, पूजा-पाठ बिना दान के पूरे नहीं होते हैं. कुछ मौकों पर दान करना बहुत महत्वपूर्ण (important) होता है. लेकिन धर्म-शास्त्रों, ज्योतिष (Astrology) में कुछ चीजों के दान करने की मनाही की गई है. इन चीजों का दान करना जीवन की सुख-समृद्धि(happiness and prosperity) छीन लेता है और कई मुसीबतों (troubles) की वजह भी बनता है.
कभी भी धार्मिक पुस्तकें या ग्रंथ ऐसे लोगों को दान नहीं करने चाहिए, जिनकी उन्हें पढ़ने में रुचि न हो. ऐसे लोग इन पुस्तकों का सम्मान नहीं करते और उनकी अवमानना करते हैं. ऐसा दान पाप का कारण बनता है.
भोजन या अन्न दान(food donation) करना सबसे बड़ा पुण्य का काम है. लेकिन जूठा भोजन किसी को देना बहुत गलत बात है. जूठा भोजन दान करना मां अन्नपूर्णा का अपमान करना है, वे इससे नाराज हो जाती हैं.
शाम के समय नमक का दान करना जातक को गरीब बनाता है. इसके अलावा शाम के समय खट्टी चीजों जैसे दही-मही का दान भी नहीं करना चाहिए.
मां लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र कभी भूलकर भी किसी को दान न करें. ऐसा करने से आपके घर की लक्ष्मी दूसरे के पास चली जाती हैं. यह निर्धनता का कारण बन सकता है. साथ ही लक्ष्मी-गणेश वाले सिक्के भी किसी को तोहफे में न दें, ना ही दान करें.
टूटे हुए स्टील के बर्तन या लोहे की चीजें भी किसी को दान न करें. टूटी हुई चीजें दान करने से शनि नाराज हो जाते हैं. शनि की नाराजगी जीवन पर बहुत भारी पड़ती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करते है.)
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