नई दिल्ली। पापुआ न्यू गिनी (Papua New Guinea) में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए है. पापुआ न्यू गिनी के लाई में 7.7 तीव्रता का भूकंप (earthquake) आया है. भूकंप के तेज झटके से पूरा इलाके में हड़कंप मच गया. लोग बिना देरी के अपने-अपने घर से बाहर भागे. बता दें, इंडोनेशिया (Indonesia) के पास प्रशांत महासागर क्षेत्र का एक देश है पापुआ न्यू गिनी. अभी किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं. हालांकि, मौत का आंकड़ा सामने आ सकता है क्योंकि भूकंप की तीव्रता (earthquake intensity) 7.7 मापी गई है. जो सामान्य से बेहद अधिक है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहले कुछ सेकंड हल्के झटके महसूस हुए और फिर भारी भुकंप महसूस हुआ. भूंकप का केंद्र राजधानी पोर्ट मार्सब से 60 किलोमीटर की दूरी पर रहा. सबसे ज्यादा आबादी वाला क्षेत्र यहां कायनान्तू है.
इतनी तीव्रता के पहले भी आए हैं भूकंप
खबर लिखे जाने तक भूकंप से नुकसान की कोई जानकारी नहीं मिली है. हालांकि, खबरों के मुताबिक, क्षेत्र के लोगों से ऊंचे स्थान पर जाने को कहा गया है. बताया ये भी जा रहा है कि, अभी सुनामी का अलर्ट जारी नहीं हुआ है. बता दें, इन क्षेत्रों में अधिकतर इतनी तीव्रता के भूंकप आते हैं.
क्यों आता है भूकंप:
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैकटोनिक प्लेट्स (tectonic plates) कहा जाता है. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर हिलती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है. इस दौरान एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे आ जाती है.भूकंप की तीव्रता का अंदाजा केंद्र (एपीसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है. इन तरंगों से सैंकड़ो किलोमीटर तक कंपन होता है और धरती में दरारें तक पड़ जाती है. अगर भूकंप की गहराई उथली हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है, जिससे भयानक तबाही होती है, लेकिन जो भूकंप धरती की गहराई में आते हैं, उनसे सतह पर ज्यादा नुकसान नहीं होता. समुद्र में भूकंप आने पर ऊंची और तेज लहरें उठती हैं, जिसे सुनामी भी कहते हैं.