नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर का सपना ऑर्मी ऑफिसर बनने का था। मां के कहने पर उन्होंने क्रिकेट को अपना करियर बनाया। यह बात गौतम गंभीर ने यूट्यूबर गौरव कपूर के शो ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस में बताई थी। गौरव कपूर ने उनसे पूछा था, ‘वह कौन सी चीज है जो आपको हमेशा याद आती है।’
गौतम गंभीर ने बताया, ‘मेरे दिमाग में हमेशा से बहुत स्पष्ट था कि वास्तव में मैं सेना में जाना चाहता था। कक्षा 12 के बाद मैं एनडीए ज्वाइन करना चाहता था। वहां से हो सकता था कि मैं IMA (Indian Military Academy) में जाता।’
गंभीर ने बताया, ‘जब मैं 12वीं कक्षा में था, तभी मुझे रणजी ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला। तब मेरे लिए यह फैसला करना था कि मैं क्रिकेट खेलना जारी रखूं या सेना में जाऊं। ऐसी स्थिति में मेरी मां ने मुझसे कहा कि तुमने रणजी ट्रॉफी में खेलना शुरू कर दिया है। तुम इंडिया के लिए खेलने से सिर्फ एक स्टेप दूर हो।’
गंभीर ने बताया, ‘तब मेरी मां ने मुझसे कहा कि अगर तुम कठिन परिश्रम करोगे, यदि तुम रणजी ट्रॉफी में अच्छा खेलना जारी रखोगे, रणजी ट्रॉफी में लगातार अच्छा प्रदर्शन जारी रखोगे, तुम रन बनाओगे तो क्यों नहीं तुम इस कंटीन्यू करते हो। इसलिए तब मैंने फैसला लिया कि ठीक है, चलो अब मुझे क्रिकेट खेलना जारी रखना है। मेरे दिमाग में पहली चीज रहती है कि मुझे डिफेंस फोर्सेज के लिए कुछ करना है, क्योंकि वह प्यार मेरा प्यार था।’
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