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हमास ने ऐसे ही नहीं मचाया इजराइल में कोहराम, हैवानियत के पीछे था चीन! बड़ा खुलासा

नई दिल्ली: हमास ‘हैवान’ शी का ‘बारूदी दान’! ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इजराइल में हुए हमास के हमलों के पीछे चीन की साजिश सामने आई है. मोसाद की आंखों में धूल झोंकने की योजना चीन में बनाई गई थी. इजराइल के कवच यानी आयरन डोम को धोखा देने का प्लान भी चीन में ही बना था. हमास ने चीन में बने 7000 रॉकेट से इजरायल पर हमला किया और हमास के आतंकी मेड इन चाइना पैराग्लाइडर के जरिए इजराइल में दाखिल हुए थे.

इजराइल पर हुए सदी के सबसे बड़े हमले के पीछे चीन है. खबर पक्की है, क्योंकि चीन के इस छल का खुलासा एक चीनी एनालिस्ट ने ही किया है. चीनी एनालिस्ट जेनिफर जेंग ने खुलासा किया है कि हमास को चीन का फुल सपोर्ट हासिल है. शी जिनपिंग के ऑफिस तक हमास का डायरेक्ट कॉन्टैक्ट है. इजराइल पर सबसे बड़े हमले से पहले भी हमास के एक बड़े आतंकी ने शी जिनपिंग के ऑफिस से संपर्क किया था.

चीनी एनालिस्ट जेनिफर जेंग ने खुलासा किया है कि शी जिनपिंग के दफ्तर ने इस छठे किरदार को एक खास कोडनेम दिया है. चीन ने हमास के कॉन्टैक्ट पर्सन को SFRN कोड नेम दिया है. SFRN हमास पॉलिटिकल ब्यूरो का वाइस चेयरपर्सन है. SFRN ने चीन की रेनमिंग यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की. हमास के चीनी एजेंट ने बीजिंग की यूनिवर्सिटी ऑफ इंटरनेशनल बिजनेस से भी पढ़ाई की.

जेनिफर जेंग ने तो यहां तक दावा किया है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मिडिल ईस्ट अफेयर हमास को सीधे सपोर्ट करता है. इजराइल और अमेरिका को परेशान करने के लिए चीन ने फिलिस्तीन और आतंकी संगठन हमास को न सिर्फ फंडिंग की, बल्कि इजराइल पर हमला करने के लिए हथियारों से लेकर ट्रेनिंग तक मुहैया करवाई. यानी पहले इजराइल और अब गाजा को खून से लाल करने वाला कोई और नहीं, बल्कि लाल सुल्तान की लाल सेना है.

अब तक अमेरिका से लेकर इजराइल तक सब हैरान थे, कि हमास के पास अचानक इतने रॉकेट और गोला बारूद कहां से आ गए? हमास ने कैसे दुनिया के सबसे मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम को भी नाकाम कर दिया. अब जेनिफर जेंग ने खुलासा किया है कि हमास तो सिर्फ मोहरा था. इजराइल पर हमला तो चीन ने किया था. 14 जून को फिलिस्तीनी प्रतिनिधिमंडल ने चीन का दौरा किया था. तब शी जिनपिंग ने हमास को बिना शर्त असीमित समर्थन का वादा किया था. फिलिस्तीन का जो प्रतिनिधिमंडल शी जिनपिंग से मिला था, उसमें हमास का एक बड़ा आतंकी भी शामिल था.


जेनिफर जेंग पहली शख्स नहीं हैं, जिन्होंने इजराइल पर हुए हमलों के पीछे चीन को जिम्मेदार बताया है. जेनिफर जेंग से पहले अमेरिका के सीनेटर चक शूमर ने भी इजराइल हमास संघर्ष के पीछे चीन का हाथ बताया था. इजराइल को घायल करके चीन अमेरिका को नए जंगी मोर्चे पर उलझाना चाहता है लेकिन बाइडेन इस बात को अच्छी तरह जानते हैं. इसीलिए जब इजराइल के मुद्दे पर बाइडेन बोले, तो उनकी आंखों से अंगारे बरस रहे थे.

इजराइल पर हुए हमलों के पीछे चीन की हाथ होने की खबर मिलने के बाद अमेरिका इजराइल के पीछे चट्टान की तरह खड़ा हो गया है. जो बाइडेन ने जो कहा वो कर दिया है. एक तरफ इजराइल की सेना गाजा में हमास के ठिकानों पर टूट पड़ी है, तो दूसरी तरफ अमेरिकी हथियारों का पूरा जखीरा इजराइल पहुंच गया है. अमेरिकी सेना का एयरक्राफ्ट कैरियर जेराल्ड आर फोर्ड भी इजरायल के करीब पहुंच गया है. हमास के समूल विनाश की कसम खा चुके इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने जो बाइडेन को फोन करके इसके लिए धन्यवाद कहा.

क्या इजरायल पर अब तक के सबसे बड़े हमले में हमास को ईरान, रूस और चीन से डायरेक्ट मदद मिली? क्या ईरान, रूस और चीन ने हमास के लड़ाकों को ट्रेनिंग दी? क्या रूस ने हमास को रॉकेट और दूसरे हथियार बनाने की तकनीक सप्लाई की? क्या हमास द्वारा दागे गए रॉकेट बनाने में चीन के सामान का इस्तेमाल हुआ था? चीनी पत्रकार जेनिफर जेंग ने दावा किया है कि हमास ने इजराइल पर हमला करने के लिए जिन रॉकेट का इस्तेमाल किया, उसे बनाने का सामान चीन की फैक्ट्रियों में तैयार किया गया था.

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