तेल अवीव: इजरायल (Israel) और हमास (Hamas) के युद्ध (War) को रोकने में दुनिया लगी है। इस बीच एक रिपोर्ट आई है, जिसमें कहा गया है कि अब हमास ने युद्धविराम (ceasefire) से जुड़ी बातचीत को खत्म करने का फैसला किया है। मिडिल ईस्ट आई से बातचीत में हमास के करीबी सूत्र ने कहा, ‘इजरायल की ओर से राफा (Rafah) में रविवार को नरसंहार के बाद अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों से कहा गया है कि हमास गाजा से जुड़े युद्ध को खत्म करने की बातचीत में अपनी भागीदारी खत्म कर रहा है।’ इजरायल ने पश्चिमी राफा के तेल अल-सुल्तान में फिलिस्तीनियों के एक शिविर पर हमला किया। इसमें कम से कम 45 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए, जिसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे।
हवाई हमले के कारण कुछ फिलिस्तीनी जिंदा जल गए। इस हमले से ठीक दो दिन पहले अंतरराष्ट्रीय न्यायलय ने इजरायल को राफा में अपने सैन्य अभियान को तुरंत रोकने का आदेश दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक हमास ने मध्यस्थों को सूचित किया था कि वह बातचीत में अपनी भागीदारी तब तक समाप्त कर रहा है, जब तक इजरायल राफा पर अपना हमला नहीं रोक देता। राफा क्रॉसिंग गाजा में भोजन, दवा और अन्य चीजों की सप्लाई का महत्वपूर्ण एंट्री पॉइंट है।
क्या बोला हमास?
रिपोर्ट ने सूत्र के हवाले से कहा कि भविष्य की बातचीत एक चरण के रूप में और प्रक्रियाओं के एक सेट के साथ होगी। उसने आगे कहा, ‘आठ महीने की निरर्थक बातचीत और निरंतर नरसंहारों के बाद कोई बातचीत या हस्ताक्षरित कागज की समीक्षा या इसके विवरण पर चर्चा नहीं होगी।’ उसने आगे कहा, ‘इजरायल को पहले नरसंहार रोकना होगा, राफा क्रॉसिंग छोड़नी होगी और आक्रामकता रोकनी होगी। उसके बाद फिर हम बातचीत कर सकते हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो कोई चर्चा नहीं होगी।’
समझौते पर मान गया था हमास
इस महीने की शुरुआत में हमास ने सार्वजनिक रूप से मध्यस्थ कतर और मिस्र की ओर से प्रस्तावित युद्धविराम समझौते को स्वीकार करने की घोषणा की थी। लेकिन इजरायल इसे लेकर तैयार नहीं हुआ था। उसका कहना था कि यह प्रस्ताव उसकी मांगों से काफी कम है। पहले सामने आए प्रस्ताव में छह सप्ताह का स्थायी युद्धविराम होता। गाजा पट्टी से इजरायली बलों की पूर्ण वापसी और घेराबंदी समाप्त होती। इसके अलावा इजरायली बंधकों को भी हमास छोड़ता।