महा शिवरात्री (maha Shivaratri) के त्यौहार को हिंदू धर्म में बेहद ही श्रद्वाभाव व भक्तिपूर्ण रूप से मनातें हैं । मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव का माता पार्वती के साथ विवाह संपन्न हुआ था। महाशिवरात्रि के व्रत में भक्त इस व्रत को बच्चों से लेकर बड़े तक हर कोई रख सकता है। महाशिवरात्री (maha Shivaratri)का ये त्यौहार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को हर साल शिवरात्री का त्यौहार मनाया जाता है। इस बार ये व्रत गुरुवार, 11 मार्च को मनाया जाएगा। इस दिन महादेव ( mahadev) के भक्तगण उनकी शिवलिंग (Shivling) पर बेलपत्र, दूध, फल और फूल अर्पित करते हैं। चलिए बताते हैं आपको इस दिन से जुड़ी पूरा विधि।
कहा जाता है कि इस दिन विधि-विधान से पूजा करने पर भक्तों की सभी मनोकामनाएं (Wishes) पूरी हो जाती हैं। दांपत्य जीवन में खुशियां लाने के लिए, मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त करने के लिए भक्त इस दिन व्रत करते हैं। मान्यता है कि जिन लड़कियों की शादी में अड़चने आ रही हों, उन्हें अवश्य ये व्रत रखना चाहिए। मान्यता है कि जो भक्त इस व्रत को रखते हैं, भगवान शिव सदैव उनपर अपनी कृपादृष्टि बनाए रखते हैं।
मान्यता है कि महादेव ( mahadev) के आशीर्वाद से घरों में सुख-समृद्धि बनी रहती है।इस दिन जल्दी सुबह उठकर स्नान करने के बाद पूजा के स्थान को साफ कर लें। इसके बाद महादेव ( mahadev) को पंचामृत से स्नान करें। फिर उन्हें तीन बेलपत्र, भांग, धतूरा, जायफल, फल, मिठाई, मीठा पान, इत्र अर्पित करें। फिर चंदन और खीर का भोग लगाएं।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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