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पंजाब में चुनावों को देखते हुए ‘ISI’ ने रची साजिश, भारत ने बनाया निपटने का ‘प्‍लान’

नई दिल्ली: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ‘ISI’ पंजाब में होने वाले विधान सभा चुनावों (Punjab Assembly Election 2022) को देखते हुए लगातार आतंकी साजिश बुन रही है. सूत्रों का कहना है कि पंजाब (Punjab) को अशांत करने के लिए खालिस्तानी बब्बर खालसा (Khalistani Babbar Khalsa) नाम के संगठन की मदद ली जा रही है.

पाकिस्तान समेत दुनिया के दूसरे देशों में मौजूद खालिस्तानी गुटों को भी इस काम के लिए एक्टिव किया जा रहा है. खुफिया एजेंसियों ने खालिस्तानी गुटों के सोशल मीडिया पर भी कई सीक्रेट मैसेज Intercept किये हैं जिनमें पंजाब विधान सभा चुनावों के डिस्टर्ब करने के साथ वहां पर अशांति फैलाने की साजिश रचने का खुलासा हुआ है.

‘पंजाब की जेलों में बंद कैदियों पर ISI का दांव’
आपको बताते चलें कि इस काम के लिए ISI पंजाब की जेलों में बंद अपराधियों का भी इस्तेमाल करने की फिराक में है. ऐसी ही कुछ योजनाओं के तहत एक ओर पंजाब की सीमा के अंदर नशे की खेप पहुंचाई जा रही है. बीते 4 दिन में BSF द्वारा सीज किए गए दो बड़े कंसाइनमेंट पाकिस्तान की इसी साजिश की ओर तगड़ा इशारा कर रहे हैं.


सूत्रों के मुताबिक ठंड के मौसम में कोहरा होने की सूरत में पाकिस्तानी एजेंसी ISI अपनी साजिश का ताना बाना बुन रही है. वहीं दूसरी ओर खुफिया एजेंसी को यह इनपुट मिला है कि पंजाब की अलग-अलग जेल में बंद खूंखार कैदी वहां पर बंद दूसरे सामान्य कैदियों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं.

पिछले दिनों खुफिया एजेंसियों ने ये खुलासा किया था कि ISI उत्तर प्रदेश के RSS से जुड़े नेताओं पर हमला करवाने की तैयारी कर रही है. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक हाल ही में ISI ने पंजाब के कुछ अपराधियों से संपर्क साधा है जिन्हें उत्तर प्रदेश जाकर हथियारों की डिलीवरी करने के निर्देश दिए हैं, ताकि उन हथियारों से संघ से जुड़े नेताओं पर हमला कराया जा सके.

सरकार ले सकती है ये फैसला
पंजाब, उत्तर प्रदेश और मणिपुर जैसे दूसरे राज्यों में हो रहे आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की इस रिपोर्ट के बाद से केंद्र सरकार RSS से जुड़े नेताओं की सुरक्षा बढ़ा सकती है. इस मामले से जुड़े जानकारों के मुताबिक संघ से जुड़े नेताओं पर हम लेकर आने के पीछे सबसे बड़ी वजह यह भी हो सकती है किससे उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक माहौल खराब कर दंगे कराए जा सके.

मल्टी एजेंसी सेंटर यानी मैक को भेजी गई इस रिपोर्ट में आरएसएस से जुड़े नेताओं पर पंजाब से उत्तर प्रदेश में हथियार सप्लाई करने का खुलासा हुआ है. देखा जाए तो जम्मू कश्मीर की तरह ISI पंजाब में देश विरोधी तत्वों की मदद कर रही है साथ ही पैसे से लेकर हथियारों की सप्लाई की साज़िशों में लगी हुई है. इस हफ्ते शनिवार के दिन भी बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे फिरोजपुर के इलाके में पाकिस्तान से भारतीय सीमा में दाखिल हो रहे एक ड्रोन को मार गिराया था.


एक साथ कई मोर्चों पर हलचल
पाकिस्तान पंजाब में ड्रोन के जरिए हथियारों की सप्लाई करने में लगा हुआ है जिससे पंजाब के रास्ते देश के दूसरे राज्यों में भी हथियारों की खेप पहुंचाई जा सके. उत्तर प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यो में आगामी विधानसभा चुनाव के चलते अलग-अलग दलों के नेता बड़ी बड़ी जनसभाए कर रहे हैं जिसमें काफी भीड़ जमा हो रही है ऐसे वक्त में सुरक्षा एजेंसियों के लिए इन नेताओं को फुलप्रूफ सुरक्षा मुहैय्या कराने की बड़ी जिम्मेदारी है.

पाकिस्तान से आ रहे खतरे से निपटने और पंजाब में बढ़ रहे आतंकवाद को रोकने के लिए गृह मंत्रालय अब पंजाब में ज्वाइंट काउंटर आपरेशन सेंटर बनाने पर विचार कर रहा है. इस सेंटर में एनआईए, रॉ, आईबी ,पंजाब पुलिस और काउंटर टेरर की टीम्स को शामिल किया जाएगा.

सूत्रों के मुताबिक पंजाब और कश्मीर में आतंकी हमलों और आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान प्लान K-2 चला रहा है. ऐसे में ज्वाइंट काउंटर आपरेशन सेंटर में खुफिया एजेंसियां पाकिस्तान की साजिश को समय रहते जहां नाकाम करेंगी वहीं किसी भी आतंकी हमले की सूरत में काउंटर टेरर टीम आंतकियों से पल भर में निपट लेगीं.

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