नई दिल्ली. भारत (India) में बढ़ते आतंकी ख़तरे (Terrorist Attack) और अफगानिस्तान (Afghanistan) में बदले हालातों को देखते हुए दिल्ली (Delhi) में आज हाईलेवल बैठक होने जा रही है. ऐसा पहली बार होगा जब दिल्ली पुलिस देश के 11 राज्यों के ATS चीफ, SOG और खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर एक इंटर कॉर्डिनेशन मीटिंग करेगी. बता दें कि ये बैठक दिल्ली के पुलिस मुख्यालय में होगी. इस बैठक का मकसद राज्यों के ATS अधिकारियों के साथ बेहतर तालमेल और खुफिया इनपुट को जल्द से जल्द शेयर करना शामिल है.
भारत में पिछले कुछ दिनों जिस तरह के आतंकी मॉड्यूल का पता चला है उसके बाद देश में आतंकी खतरे की आशंका बढ़ गई है. पिछले दिनों दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 6 आतंकियों को गिफ्तार कर आतंकी खतरे की चेतावनी जारी कर दी है. वहीं दूसरी तरफ अफगानिस्तान में जिस तरह तालिबान ने कब्जा जमाया है और तालिबान को जिस तरह से पाकिस्तान का समर्थन मिल रहा है, उससे भारत में खतरा बढ़ गया है.
यही कारण है कि अब सभी खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों और सभी राज्यों के एटीएस के अधिकारियों की साथ में बैठक हो रही है. इस मीटिंग में ATS अधिकारी, RAW, IB, मिलिट्री इंटेलिजेंस और फील्ड ऑपरेशन से जुड़े अधिकारी शामिल होंगे. पिछले कुछ दिनों में सीमा पार से आतंकियों के घुसपैठ के बहुत से इनपुट शेयर किए गए हैं, जिसके अलर्ट की जानकारी मिलती रही है.
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने टेरर मॉड्यूल का न सिर्फ भंडाफोड़ किया है बल्कि पूछताछ में एक बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) की 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट की तरह ही भारत को एक बार फिर से दहलाने की योजना थी और इसके लिए उसने विभिन्न राज्यों में विस्फोटक मुहैया कराये थे. कथित तौर पर आईएसआई प्रशिक्षित दो दहशतगर्दों सहित छह व्यक्तियों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की पूछताछ में यह खुलासा हुआ है. यही नहीं, टेरर मॉड्यूल के खुलासे के बाद हड़कंप मचा हुआ है.
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