भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

वैक्सीनेशन और उपचार प्रबंधन में मध्यप्रदेश देश में सबसे आगे

  • प्रधानमंत्री मोदी ने की नए वेरिएंट ओमिक्रान के प्रसार पर राज्यों से चर्चा
  • मुख्यमंत्री चौहान भी वर्चुअली शामिल हुए

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कॉफ्रेंस द्वारा राज्यों से कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रान के संक्रमण और उसके प्रबंधन के संबंध में ली गई समीक्षा बैठक में वर्चुअल भागीदारी की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कम वैक्सीनेशन और अधिक समस्या वाले राज्यों पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, झारखंड, पंजाब आदि के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी की राज्यों से चर्चा के पहले बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव ने जानकारी दी कि मध्यप्रदेश किशोर वर्ग के लिए 3 जनवरी से प्रारंभ वैक्सीनेशन के कार्य में अच्छी स्थिति में है। प्रदेश में 15 से 18 वर्ष के किशोरों के टीकाकरण कार्य में मप्र में पात्र किशोरों में से 72.2 प्रतिशत को वैक्सीन का डोज लगया जा चुका है। प्रिकॉशन डोज 1 लाख 80 हजार से अधिक लोगों को लगाया गया है। इस श्रेणी में लगभग 30 प्रतिशत पात्र आबादी को टीके लगाये जा चुके हैं। प्रदेश में वैक्सीनेशन कार्य के लिए जन-भागीदारी के मॉडल का उपयोग करते हुए सभी का सहयोग लेकर 11 विशिष्ट वैक्सीनेशन महाअभियान संचालित किए गए हैं।


अभी तक मध्यप्रदेश में 96 प्रतिशत प्रथम डोज तथा 92 प्रतिशत द्वितीय डोज के पात्र लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। इसी प्रकार 15-18 आयु वर्ग में और गर्भवती माताओं के टीकाकरण में भारत में सर्वाधिक टीके लगाने वाला मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य है। इसी तरह केंद्रीय राशि के व्यय में भी मध्यप्रदेश का कार्य अच्छा है। विशेष रूप से प्रदेश में कोविड से बचाव के लिए अस्पतालों में सामान्य बेड, ऑक्सीजन बेड, एचडीयू और आईसीयू बेड, ऑक्सीजन संयंत्र, औषधियों की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया गया है। भारत सरकार द्वारा 437 करोड़ 17 लाख रूपये केंद्र अंश के रूप में जारी किये गये। इसमें राज्य अंश 291 करोड़ 44 लाख करोड़ मध्यप्रदेश शासन ने जारी किये। केन्द्र और राज्य का अंश सम्मिलित करते हुए कुल 728 करोड़ 61 लाख करोड़ रूपये की उपलब्ध राशि के मुकाबले राज्य ने 398 करोड़ 33 लाख का व्यय किया है। व्यय प्रगति में राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश प्रथम पाँच राज्यों में शामिल है।

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