नई दिल्ली। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हुए विश्व कप फाइनल को लेकर कंट्रोवर्सी थमने का नाम नहीं ले रही। पीएम मोदी के स्टेडियम में जाने को लेकर सियासत बदस्तूर जारी है। राहुल गांधी ने इस सियासत की शुरुआत की थी और अब अन्य विरोधी दलों के नेता भी इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस सियासत में कूद पड़ी हैं। उन्होंने कहा है कि अगर वर्ल्ड कप फाइनल अहमदाबाद की जगह मुंबई या कोलकाता में होता तो भारत जरूर जीतता।
भगवा नहीं पहनना चाहते हमारे खिलाड़ी- ममता
गुरुवार को कोलकाता में आयोजित एक बैठक में ममता बनर्जी ने कहा कि इस विश्व कप में हमारी टीम ने ‘पापियों’ की मौजूदगी वाले मैच को छोड़कर बाकि सभी मैच जीते हैं। ममता ने आगे कहा कि अगर विश्व कप का फाइनल भी अहमदाबाद में ना होकर कोलकाता या वानखेड़े स्टेडियम में होता तो भारत मैच जरूर जीत जाता। ममता ने यह भी कहा कि हमारे खिलाड़ी भगवा रंग की जर्सी नहीं पहनना चाहते, लेकिन उन्हें जबरन यह पहनाई जा रही है।
राहुल गांधी ने साधा था पीएम पर निशाना
वर्ल्ड कप फाइनल को लेकर पहले शायद ही ऐसी राजनीति हुई होगी। विश्व कप फाइनल मुकाबले में पीएम मोदी की मौजूदगी को लेकर सबसे पहले राहुल गांधी ने सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि अहमदाबाद स्टेडियम में नरेंद्र मोदी की मौजूदगी टीम इंडिया के लिए शुभ नहीं थी। हमारे प्लेयर अच्छा खेल रहे थे, लेकिन स्टेडियम में ‘पनौती’ के आने से भारत हार गया। राहुल गांधी के इस बयान को लेकर बीजेपी ने चुनाव आयोग में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
हिमंता बिस्वा ने भी दिया अटपटा बयान
राहुल गांधी के बयान के जवाब में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी कांग्रेस को आड़े हाथ ले लिया। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप का फाइनल इंदिरा गांधी के जन्मदिन के दिन रखा गया और देश हार गया, इसलिए मैं बीसीसीआई से कहना चाहता हूं कि अब जिस दिन भी फाइनल रखो तो वह दिन गांधी परिवार से जुड़ा नहीं होना चाहिए।