आचंलिक

बिरलाग्राम में हुई 11 लाख की चोरी का मंडी पुलिस ने किया खुलासा

  • इंटीरियर के ठेकेदार ने दिया 11 लाख की चोरी को अंजाम-जीजा के खाते में राशि डाल छुपाने का किया प्रयास, गिरफ्तार

नागदा। बिरलाग्राम मेहतवास क्षेत्र में 7 एवं 8 जून की दरमियानी रात में फरियादी गौतम शर्मा के घर हुई 11 लाख की चोरी का मंडी पुलिस ने खुलासा कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चोरी की वारदात को घर मे इंटीरियर एवं फर्नीचर का काम करने वाले ठेकेदार ने ही अंजाम दिया। ठेकेदार धर्मेंद्र हनोतिया ने घर से 11 लाख की चोरी कर राशि इंदौर निवासी जीजा संतोष आकोदिया के खाते में डाल दी ताकि किसी को जानकारी न मिले न शक हो लेकिन मामले की गंभीरता से जांच कर मंडी पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जंहा से पूछताछ के लिए 2 दिन का समय मिला है। मामले की जानकारी देते हुए मंडी थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा ने बताया कि मेहतवास निवाशी गौतम शर्मा के घर 7 व 8 जून की दरमियान रात घर की दूसरी मंजिल के पीछे का दरवाजा में सेंध लगाकर अज्ञात व्यक्ति द्वारा घर में घुसकर अलमारी में रखे 11 लाख रुपए नगदी चोरी कर भाग जाने की रिपोर्ट की गई, फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना बिरलाग्राम में अपराध क्रमांक 234/22 धारा 457 380 आईपीसी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया जिसके बाद उक्त मामले की जांच पुलिस अधीक्षक उज्जैन सत्येंद्र शुक्ला एवं सीएसपी रविंद्र बोयट के नेतृत्व में मंडी थाना प्रभारी को उक्त चोरी को ट्रेस करने एवं आरोपियों की धरपकड़ करने हेतु निर्देश दिए गए थे। मंडी पुलिस ने मामले की बारीकी से जांच करते हुए सभी कारीगरों से पूछताछ के साथ ठेकेदार की गतिविधियों पर नजर रखना शुरू किया इसके साथ ही खाते का लेखा-जोखा भी खंगाला जिसमें ठेकेदार चेतनपुरा नागदा निवाशी धर्मेंद्र हनोतिया ने इंदौर निवासी जीजा के खाते में बार-बार राशि ट्रांसफर होना सामने आया। वह ऐसा इसलिए भी कर रहा था ताकि ब्लैक मनी को व्हइट साबित कर सके। इसके बाद मंडी पुलिस ने इंदौर निवासी धर्मेंद्र के जीजा को बुलाकर पूछताछ की तो सारी कहानी सामने आ गई पूछताछ में जीजा ने बताया कि पूरी वारदात को अकेले धर्मेंद्र ने अंजाम दिया क्योंकि वह घर में ही काम कर रहा था।



राशि की जप्त
आरोपी के गिरफ्तारी बाद अभी तक 5 लाख 50 हजार की रिकवरी की गई है, विवेचना के दौरान धारा 201 ढ्ढश्चष् का इजाफा किया।

इनकी रही सराहनीय भूमिका
इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा करने में एसडीओपी रविंद्र बोयट, थाना प्रभारी श्याम चंद्र शर्मा, थाना प्रभारी बिरलाग्राम करण सिंह पाल, प्रधान आरक्षक दिनेश गुर्जर, आरक्षक ईश्वर परिहार, आरक्षक मनोहर माहरी आरक्षक सुरेश डांगी, उप निरीक्षक प्रवीण यादव साइबर सेल एवं उनकी टीम का सराहनीय योगदान रहा।

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