इस्लामाबाद (islamabad)। पाकिस्तान (Pakistan) की आर्थिक बदहाली के बीच कर्ज देने के लिए आईएमएफ ने पाकिस्तान (Pakistan) के आगे एक नई शर्त रख दी है। आईएमएफ (IMF) ने अब इस्लामाबाद को बेलआउट किश्त जारी करने के लिए अगला कदम उठाने से पहले बाहरी वित्तीय आश्वासन की मांग की है। तो दूसरी ओर पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल चल रही है। यहां की मौजूदा सरकार और PTI चीफ इमरान खान के बीच पिछले कई महीनों से तनातनी चल रही है। इसी बीच पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मरियम नवाज शरीफ ने अपने देश के सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाया है।
मरियम नवाज शरीफ ने सुप्रीम कोर्ट से सवाल करते हुए पूछा कि संविधान को रद्द करने में शामिल होने के बावजूद इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट ने सजा क्यों नहीं दी. उन्होंने रविवार (26 फरवरी) को लाहौर में पार्टी की वकीलों की शाखा से बात करते हुए ये मुद्दा उठाया।
मरियम नवाज ने कहा कि इमरान खान ने विरोध प्रदर्शनों के दौरान बार-बार अदालतों पर हमला करने के बावजूद किसी महत्वपूर्ण कानूनी परिणाम का सामना नहीं किया है, जबकि PML-N सुप्रीमो नवाज शरीफ को पनामा लीक जैसे फर्जी मामलों में दोषी ठहराया गया था. उसने कहा कि इमरान खान को पसंदीदा माना जा रहा था, जबकि अन्य के साथ गलत व्यवहार किया गया था।
वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को देश को आर्थिक संकट से निकालने के लिए तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) का 10 सूत्री खाका पेश किया। इमरान खान ने यह प्रस्ताव लाहौर में एक भव्य जनसभा के दौरान रखा।
मीनार-ए-पाकिस्तान पर रविवार को आयोजित जनसभा में इमरान ने देश की सत्तारूढ़ पार्टी को अलग-अलग मोर्चे पर संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान को उबारने की योजना पेश करने की चुनौती दी।
पीटीआई प्रमुख ने कहा कि मैं चुनौती देता हूं कि मौजूदा सरकार में (देश को बचाने की) क्षमता या नीयत नहीं है। अगर सरकार मुझसे कहती है कि उसके पास (देश को संकट से उबारने की) योजना है, तो मैं हंसी-खुशी