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मप्रः एक जून को मनाएंगे भोपाल का गौरव दिवस, स्वच्छता में बनाएं अग्रणीः शिवराज

– स्वच्छता के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य के लिए रहवासी संघ और व्यापारी पुरस्कृत किए जाएंगे, श्रेष्ठ मार्केट विकास के लिए मिलेंगे 50 लाख रुपये

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि भोपाल को स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी (Bhopal pioneer field of cleanliness) बनाने के लिए नागरिकों के सहयोग से प्रयास करने होंगे। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर (कोलार रोड) के समग्र विकास के लिए सभी आवश्यक प्रयास किए जाएंगे। इस क्षेत्र में अनेक सुविधाओं का विकास हुआ है, लेकिन इस क्षेत्र में अन्य आवश्यक सुविधाओं के विस्तार के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे। भोपाल को मेट्रो सिटी, हाईटेक सिटी, क्लीन सिटी और इण्डस्ट्रियल सिटी बनाने के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे।

उन्होंने कहा कि आगामी 01 जून को भोपाल का गौरव दिवस मनाया जाएगा। वर्ष 1949 में इसी दिन भोपाल रियासत का भारतीय संघ में विलय हुआ था। इस नाते इस दिन को भुलाया नहीं जा सकता। भोपाल, रायसेन और सीहोर जिलों में अनेक लोगों ने विलीनीकरण आंदोलन में शामिल होकर जीवन का बलिदान दिया था। रायसेन जिले के नर्मदा किनारे स्थित बोरास घाट विलीनीकरण आंदोलन की शहादत स्थल भी बना था। शहीदों के स्मरण के साथ भोपाल का गौरव दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा।


मुख्यमंत्री चौहान बुधवार शाम को भोपाल के डॉ. श्यामप्रसाद मुखर्जी नगर में नव-निर्मित पुल के लोकार्पण के साथ ही गोबर-धन संयंत्र के लिए भूमि-पूजन कर रहे थे। इस संयंत्र की क्षमता 400 टन गीले कचरे को प्रतिदिन उपचारित करने की है। इस संयंत्र से आसपास के ग्रामों को जोड़ा जाएगा। गोबर से बायो सीएनजी प्लांट का निर्माण किया जाएगा। यह सीएनजी करीब 250 सिटी बसों के संचालन में उपयोगी होगी। बाजार दर से 05 रुपये कम कीमत पर सीएनजी बसों के संचालन के लिए उपलब्ध होगी। इससे सालाना एक लाख से अधिक टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आ जाएगी। यह संयंत्र 80 करोड़ रुपये लागत का होगा। भोपाल नगर निगम को प्रतिवर्ष डेढ़ करोड़ से अधिक की रॉयल्टी की राशि भी मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने अमृत मिशन में छह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का लोकार्पण भी किया। बंसल अस्पताल के पीछे जमुनिया छीर, नीलबड़, सनखेड़ी, मक्सी और प्रोफेसर कॉलोनी में यह ट्रीटमेंट प्लांट बनाए गए हैं। इनकी संयुक्त लागत करीब सवा दो सौ करोड़ रूपए है। जे.के. अस्पताल के निकट पुल के निर्माण से लाखों नागरिकों को आवागमन में आसानी होगी। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्टॉल्स देखें, जिनमें अलग-अलग उत्पाद की विक्रय सहित प्रदर्शनी लगाई गई थी। मुख्यमंत्री का विभिन्न संस्थाओं ने पुष्पाहारों से स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरूआत कन्या-पूजन से हुई।

श्रेष्ठ कार्यों के लिए पुरस्कारों की घोषणा
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में भोपाल नगर निगम के विभिन्न रहवासी संघों और मार्केट के विकास के श्रेष्ठ कार्य किए जाने के लिए पुरस्कारों की भी घोषणा की। सर्वश्रेष्ठ मार्केट विकास कार्यों के लिए प्रथम पुरस्कार 50 लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार 40 लाख रुपये, तृतीय पुरस्कार के रूप में 30 लाख रुपये, चतुर्थ पुरस्कार के रूप में 20 लाख और पंचम पुरस्कार के रूप में 10 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। इसी तरह रहवासी संघों के लिए 05 लाख रुपये का प्रथम पुरस्कार और 03 लाख रुपये का द्वितीय पुरस्कार दिया जाएगा। प्रत्येक जोन के 2 रहवासी संघों या कॉलोनी अथवा मोहल्ले को इस श्रेणी में पुरस्कृत किया जायेगा। अन्य रहवासी संघ भी विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत होंगे। स्वैच्छिक संगठनों को भी पुरस्कृत किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीनदयाल चलित रसोई भी शुरू की गई है, जिसमें 10 रुपये में लोगों को भोजन उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि भोपाल में भिक्षावृत्ति की प्रवृत्ति को समाप्त करना है। भीख मांगने वाले बच्चों के लिए भोजन, निवास और वस्त्र की व्यवस्था के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों को राज्य सरकार सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री ने दुराचारियों के विरूद्ध सरकार के सख्त रवैये की चर्चा करते हुए कहा कि ऐसे अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।

स्वच्छता के लिए चले अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कार्य सरकार नहीं कर सकती। भोपाल शहर में विशेष आकर्षण है। यहां की बड़ी झील अन्य छोटी झीलें, वन विहार, जहां अब नाइट सफारी भी होने लगी है, भोपाल की विशेषता है। इसके अलावा वाइल्ड लाइफ को भी भोपाल शहर के पास देखा जा सकता है। वर्ष 2017 में स्वच्छता सर्वेक्षण में भोपाल दूसरे क्रम पर था। इंदौर पाँच बार स्वच्छता क्षेत्र में अव्वल आ चुका है। इंदौर की उपलब्धि पर हम सभी को गर्व है। अब राजधानी भोपाल भी स्वच्छता में नंबर–एक बन सकती है, इसके लिए भोपालवासियों को संकल्प लेकर कार्य करना होगा। जनभागीदारी से शहर को यह गौरव दिलवाया जा सकता है।

जरूरी है पौध-रोपण, हर नागरिक लगाए पेड़
उन्होंने कहा कि भोपाल में अनेक सामाजिक संगठन हैं, जो पौधे लगाने के साथ ही पर्यावरण-संरक्षण के लिए कार्य करते हैं। मेरे प्रतिदिन पौधा लगाने के दौरान वे भी पौधे लगाने में भागीदारी करते हैं। धरती बचाने के अभियान में हम सब अवश्य सफल होंगे। प्रत्येक नागरिक स्वयं के जन्मदिन और परिजनों के जन्मदिन पर अवश्य पौधे लगाएं। मुख्यमंत्री ने भानपुरा खंती को पर्यटक स्थल में बदलने के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने भोपाल के नागरिकों से भावुक अपील करते हुए कहा कि हम सब स्वच्छता के लिए एक हो जाएं। पानी और बिजली बचाने का कार्य भी करें। भोपाल को सोलर सिटी बनाने की योजना है, इसमें भी जनसहयोग आवश्यक होगा।

बिजली की 21 हजार करोड़ की सब्सिडी और कोविड काल के बिलों की माफी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य शासन ने बिजली के समुचित प्रबंध के लिए 21 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान की है। इसके साथ ही कोरोना काल के बिजली बिल जो नहीं भरे जा सके थे, उन्हें माफ किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सुकन्या यादव के एक लाख 38 हजार और लखन खरे के 73 हजार के विद्युत देयक माफ करने के प्रमाण पत्र प्रदान किए। इसके साथ ही नर्मदा मालवीय, जितेन्द्र शर्मा और उर्मिला कन्हैयालाल को भी विद्युत देयक माफी प्रमाण पत्र सौंपे गए।

मोहल्ला रहवासी संघों से संवाद, पार्वती बाई पॉलीथिन में सब्जी नहीं बेचती
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न मोहल्लों के समाजसेवियों से संवाद भी किया। मुख्यमंत्री को अनूप शर्मा ने बताया कि वे नर्मदा अस्पताल में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं कर रहे। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री चौहान से उन्हें यह प्रेरणा मिली है। इसी तरह अलग-अलग डस्टबिन का उपयोग अलग-अलग तरह का कचरा एकत्र करने में किया जाता है। साथ ही अस्पताल के आई.सी.यू. में मरीज के परिजन को कपड़े के मॉस्क, गाऊन और कैप दिए जाते हैं। रोगियों को आर्गेनिक भोजन प्रदान किया जाता है। हॉस्पिटल में प्लास्टिक की सामग्री का उपयोग प्रतिबंधित है।

मुख्यमंत्री को गुलमोहर क्षेत्र वार्ड 51 के शेखर माहेश्वरी ने बताया कि सार्वजनिक स्वच्छता के लिए वे अन्य नागरिकों के साथ कार्य कर रहे हैं। सकारात्मक सोच समूह संस्था की अनिता शर्मा ने बताया कि उन्होंने कपड़े के थैलों के वितरण और बर्तन बैंक के संचालन का कार्य किया है। क्षेत्र के 14 पार्क व्यवस्थित रखने के लिए मिलकर कार्य किया जा रहा है। क्षेत्र की आँगनबाड़ी भी गोद ली गई है। आंगनबाड़ी केन्द्र को टीवी सेट प्रदान किया गया है। उनके साथ करीब 200 महिलाओं की टीम प्रतिदिन एक घंटे का समय राष्ट्र के लिए देने का संकल्प लेकर कार्य कर रही है। संवाद के क्रम में बिट्टन मार्केट की सब्जी विक्रेता 65 वर्षीय पार्वती बाई नन्नावरी ने बताया कि वे पॉलीथिन मांगने वाले ग्राहकों को सब्जी नहीं बेचती है। कोई ग्राहक पॉलीथिन की मांग करता है, तो उसे वो वापस जाने को कह देती है। वे लोगों को घर से थैला लाने के लिए प्रेरित करती हैं। मुख्यमंत्री ने पार्वती बाई और रचनात्मक कार्यों से जुड़े अन्य नागरिकों के कार्यों को प्रशंसनीय बताया।

भोपाल के नागरिक हैं सेवाभावी
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल के निवासियों में सेवा भावना की कमी नहीं है। हाल ही में एक ट्रेन यात्रा में ऑक्सीजन की कमी होने पर बालक की सहायता के लिए तमाम लोग भोपाल रेलवे स्टेशन पहुंच गए थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि लीवर के रोग से जूझ रहे एक बच्चे की सहायता के लिए उन्होंने बंसल अस्पताल पहुंचकर आवश्यक सहायता देने का कार्य किया। ऐसे कार्य अन्य लोगों को भी प्रेरणा दें, इसलिए उनका उल्लेख किया जाना चाहिए। मध्यप्रदेश में आनंद विभाग के माध्यम से भी लोगों को आवश्यक वस्तुएँ उपलब्ध करवाई गई हैं, जो अर्थाभाव के कारण उन्हें क्रय नहीं कर पाते।

स्वच्छता की शपथ
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित नागरिकों को स्वच्छता और पर्यावरण-संरक्षण के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य करने की शपथ दिलवाई। कार्यक्रम में अनेक धर्मगुरू, चिकित्सक, रहवासी संघों के प्रतिनिधि और आम नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। आरंभ में कार्यक्रम स्थल पहुंचने के पहले मुख्यमंत्री का सर्वधर्म नगर के कलियासोत पुल से लेकर जे.के. हॉस्पिटल के मार्ग के दोनों ओर उपस्थित विशाल जनसमुदाय ने पुष्पों की पंखुड़ियों से स्वागत किया।

कार्यक्रम में विधायक रामेश्वर, कृष्णा गौर, पूर्व महापौर आलोक शर्मा, सुमित पचौरी, दर्शन सिंह चौधरी, पूर्व सांसद आलोक संजर, भोपाल कमिश्नर गुलशन बामरा, नगरीय विकास आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव, कलेक्टर अविनाश लवानिया, नगर निगम कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी उपस्थित थे। सराफा संघ, व्यापारी संघ, होटल व्यवसायी संघ और अनेक रहवासी संघ कार्यक्रम में उपस्थित थे। (एजेंसी, हि.स.)

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