मुंबई। मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के साथ उनके कुछ खास दोस्त, यार और कर्मचारी है, जो सालों से उनके साथ बने हुए है. उनके अच्छे-बुरे फैसलों में उनके साथ है. कंपनी के जुड़ा मामला हो अंबानी (Mukesh Ambani) बिना इनकी सलाह के कोई काम नहीं करते थे. रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के साथ इनका सालों पुराना रिश्ता है, लेकिन अब वो सब छोड़कर साधु बन गए. रिलायंस की कॉरपोरेट लाइफ (Corporate life) को छोड़कर वो संन्यासी वाली जिंदगी जी रहे हैं।
कौन हैं प्रकाश शाह
मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के करीबी सहयोगी प्रकाश शाह (Prakash Shah) ने दीक्षा ले ली है. वो सब छोडकर सन्यासी बन गए हैं. साधु जीवन जीने का फैसला कर दिया. सांसारिक जीवन से संन्यास लेने के लिए उन्होंने बड़े त्याग किए. सिर्प प्रकाश ही नहीं उनकी पत्नी नैना शाह और उनके बेटे ने भी दीक्षा ले ली है. बता दें कि प्रकाश शाह रिलायंस इंडस्ट्रीज में वाइस प्रेसिडेंट थे. वो सालों से रिलायंस के साथ जुड़े हुए थे. उन्होंने कंपनी को लंबा वक्त दिया, लेकिन 63 साल की उम्र में रिटायरमेंट ले ली और संन्यासी बन गए।
छोड़ दी 75 करोड़ रुपये की सैलरी
रिलायंस इंडस्ट्रीज में वाइस प्रेसिडेंट रहते हुए रिलायंस में प्रकाश की सैलरी 75 करोड़ रुपये थी. प्रकाश शाह को मुकेश अंबानी का राइट हैंड माना जाता था. रिलायंस के बड़े फैसलों में उनका अहम रोल था. IIT बॉम्बे से कैमिकल इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने रिलायंस में नौकरी की. अपने काम और काबिलियत की बदौलत वो मुकेश अंबानी के बेहद करीब आ गए. बड़े फैसलों में उन्हें शामिल किया जाता था. करोड़ों की सैलरी पाने वाले अब सब छोड़कर साधु बन गए हैं।
मुकेश अंबानी के राइट हैंड
रिलायंस इंडस्ट्रीज में काम करते हुए उन्होंने कई बड़े प्रोजेक्ट्स को संभाला. उन्होंने जामनगर पेटकोक गैसिफिकेशन प्रोजेक्ट और पेटकोक मार्केटिंग जैसे बड़े प्रोजेक्ट में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उन्होंने इन प्रोजेक्ट की पूरी जिम्मेदारी उठाई और सफलता के साथ उन्हें पूरा किया. मुकेश अंबानी जब भी कोई बड़ी डील करते या कंपनी से जुड़ा कोई बड़ा फैसला लेते, प्रकाश शाह से सलाह जरूर लेते थे. अपने अनुभव के बदौलत उन्होंने रिलायंस को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया था।
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