देश

मुजफ्फरपुर और मोतिहारी में NIA की छापेमारी, नक्सलियों के यहां से मिली AK-47

मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur)। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मधुबन थाना क्षेत्र एवं मुजफ्फरपुर के हथौड़ी थाना क्षेत्र में एनआईए (NIA) की टीम ने शुक्रवार को छापेमारी की है, जहां एनआईए की टीम ने जेल में बंद नक्सली नेता रामबाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार (Rambabu Ram aka Rajan aka Prahar) के बंजरिया टोला कौड़िया स्थित घर एवं हथौड़ी के महौली गांव स्थित उसके शागिर्द देवनारायण के घर पर छापेमारी की।

एनआईए नक्सलियों के विदेशी कनेक्शन की जांच कर रही है। उत्तर बिहार के नक्सलियों तक आखिर विदेशी एके-47 कैसे पहुंची, इसका सुराग ढूंढ़ा जा रहा है। ये खतरनाक हथियार नक्सली कमांडर रामबाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार उर्फ धीरज तक पंजाब के रास्ते से पहुंचे थे। उत्तर बिहार के नक्सलियों के आतंकी संगठनों से जुड़ाव और विदेश से हथियार सप्लाई की आशंका हैं। एनआईए एके-47 बरामदगी मामले में इस बिंदु पर भी जांच कर रही है। एनआईए को आशंका है कि नक्सली कमांडरों को विदेशों से भी फंडिंग भी हो रही है। इसके सुराग तलाशने के लिए एनआईए दो दर्जन से अधिक बैंक खातों को खंगाल रही है।



दो AK-47 और 400 गोलियां की थी बरामद
प्रहार को गत 4 मई को सारण से गिरफ्तार किया गया था। उसकी निशानदेही पर वाल्मीकिनगर के जंगल से जमीन में दबाकर रखी दो विदेशी एके-47 राइफल और 400 गोलियां मिली थीं। एनआईए ने बगहा के लौकरिया थाने में दर्ज इस संबंधी केस को अब अपने हाथों में ले लिया है। एनआईए के इंस्पेक्टर अभिषेक कुमार ने बीते छह जुलाई को केस का चार्ज पुलिस से लिया और एक माह की जांच में कई अहम बिंदुओं पर सूचनाएं जुटाई हैं। एसडीपीओ रामनगर नंदजी सिंह ने बताया कि बीते छह जुलाई से एनआईए की टीम इस केस की जांच कर रही है।

एनआईए की ताबड़तोड़ छापेमारी
केस का चार्ज लेने के बाद एनआईए की टीम ने सुराग ढूंढने के लिए प्रहार से संबंधित सभी हार्डकोर नक्सलियों के उत्तर बिहार के अलग-अलग ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी की। उत्तर बिहार के कई पूर्व नक्सली एनआईए की जांच के रडार पर हैं। बगहा के जंगल में कई बार नक्सलियों और अर्द्धसैनिक बलों के बीच मुठभेड़ हो चुकी है। मुठभेड़ में एके-47 और एके-56 से गोलियां चलाई गई थीं। प्रहार उत्तर बिहार जोनल कमांडर के साथ पोलित ब्यूरो सदस्य रह चुका है। वह बेतिया जेल में बंद है। बताया जा रहा है कि उससे पूछताछ में नक्सलियों की फंडिंग और हथियार सप्लाई के विदेशी लिंक के संबंध में अहम जानकारियां मिलीं हैं। अब एनआईए अपने स्तर से इसे खंगाल रही है

हार्डकोर नक्सली ने अकूत निजी संपत्ति बनाई है
नक्सली संगठनों द्वारा वसूली गई लेवी से उत्तर बिहार जोनल कमेटी के कई हार्डकोर नक्सली ने बड़ी निजी संपत्ति बनाई है। संतोष झा, अनिल राम, मुसाफिर सहनी, मिथिलेश राम आदि बड़े नक्सली इस कड़ी में शामिल हैं। कुख्यात संतोष झा को इसके लिए संगठन से निष्कासित किया गया था। इसके बाद मुजफ्फरपुर के सदर थाना इलाके से गिरफ्तार हुए अनिल राम के पास खुद के कई ट्रक होने और बालू व्यवसाय से जुड़े होने की जांच हुई थी।

एनआईए की टीम ने शुक्रवार को पूर्वी चंपारण के मधुबन थाना के बंजरिया में प्रहार के घर पर तलाशी में कुछ दस्तावेज और बैंक खातों का ब्योरा लिया था। इससे जुड़े, मुजफ्फरपुर के हथौड़ी इलाके के महुली में पूर्व नक्सली देवन राम के घर पर छापेमारी की गई थी। एनआईए ने देवन के परिजनों से पंजाब के जालंधर में रहने वाले उसके पुत्र ओमप्रकाश के संबंध में जानकारी ली। उसके घर से कई दस्तावेज भी एनआईए टीम ले गई। एनआईए ने पूर्वीचंपारण, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सारण और समस्तीपुर में कई हार्डकोर नक्सलियों को जांच के दायरे में लिया है। नौ नक्सलियों के ठिकानों पर हुई छापेमारी में दस्तावेज के अलावा टैब आदि जब्त किए गए हैं। इनकी पड़ताल की जा रही है।

Share:

Next Post

आपस में ही उलझा INDIA गठबंधन, अब बंगाल में ममता बनर्जी को कांग्रेस ने दिया झटका

Sun Aug 20 , 2023
नई दिल्ली (New Delhi)। 2024 के आम चुनावों में भाजपा (BJP) को टक्कर देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बने गठबंधन INDIA के घटक दल आपस में ही एक-दूसरे की टांग खींच रहे हैं। पश्चिम बंगाल इस मामले में अव्वल है क्योंकि वहां एक तरफ वाम दलों और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamta Banerjee) […]