मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से रेपो रेट में इस बार भी कोई बदलाव नहीं किया है। ऐसे में रेपो रेट अभी भी फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर ही रहेगी। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) के फैसलों की घोषणा की।
साथ ही शक्तिकांत दास ने वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी वृद्धि दर 10.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया। बता दें कि आर्थिक सर्वे में इसे 11% रहने का अनुमान जताया गया था।
मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट (MSF) और बैंक रेट में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह पहले की तरह ही 4.25% है। शक्तिकांत दास ने कहा कि चौथी तिमाही में सीपीआई महंगाई (CPI inflation) के 5.2 फीसदी रहने का अनुमान है।
शक्तिकांत दास ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में कैपिसिटी यूटिलाइजेशन सुधरा है और यह इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 63.3% रहा जो Q1 में केवल 47.3% था। उन्होंने साथ ही कहा कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी और तेज हुई है।
शक्तिकांत दास ने बताया कि रिजर्व बैंक ने धीरे-धीरे 27 मार्च 2021 तक बैंकों के नकद आरक्षित अनुपात को 3.5 प्रतिशत पर वापस लाने का भी निर्णय लिया है।
इससे पहले आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी की घोषणा से पूर्व आज भी शेयर बाजार में तेजी देखी गई। सेंसेक्स 400 अंक की तेजी के साथ पहली बार 51000 के पार पहुंच गया।
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