नई दिल्ली: करीब एक साल पहले भारतीय सेना ने भी अंडमान के ऊपर गुब्बारे (spy balloon) के आकार की चीज को देखा था. भारतीय सेना के अधिकारियों ने कहा कि अगर इस तरह की कोई चीज फिर से अंडमान (andaman) या किसी दूसरी जगह पर दिखाई देती है, तो उसकी बारीकी से जांच की जाएगी. अगर ये कोई जासूसी की चीज पाई गई, तो उसे मार गिराया जा सकता है.
लगभग एक साल पहले जब भारतीय सुरक्षा बलों ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (andaman and nicobar Island) के आसमान में ऐसा गुब्बारा देखा, तो उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. जबकि अमेरिकी वायु सेना ने ऐसे संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे (chinese spy balloon) को मार गिराया. उस समय भारतीय सेना के लोगों को गुब्बारे के प्रकार या उसकी मंशा को लेकर साफ जानकारी नहीं थी.
रक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ‘काफी समय पहले हमने भी अंडमान के ऊपर गुब्बारे जैसी सफेद चीज को देखा था. इस चीज के हाई-रिजॉल्यूशन वाले फोटो हमारे लोगों ने जमीन से लिए थे. उस समय इस चीज की मंशा या उसके सोर्स के बारे में कोई साफ जानकारी नहीं थी. यह भी साफ नहीं था कि यह म्यांमार से आया था या चीन से. लेकिन यह तीन से चार दिनों के बाद चला गया.’ रक्षा विभाग के अधिकारी ने दावा किया कि उस समय यह भी सोचा गया था कि यह मौसम संबंधी गुब्बारा हो सकता है. क्योंकि ऐसे कई गुब्बारे हवा के कारण पाकिस्तान की तरफ से भी भारत के ऊपर आते हैं.
बहरहाल अब रक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अगर इस तरह की कोई चीज फिर से अंडमान या किसी भी दूसरी जगह पर दिखाई देती है, तो उसकी बारीकी से जांच होगी. अगर ये साबित हो गया कि वो कोई जासूसी करने वाली चीज है, तो फिर उसे मारकर गिरा दिया जा सकता है. गौरतलब है कि अमेरिका ने इस तरह के कई गुब्बारों को अपने आसमान पर देखा. जो अमेरिका में राडार (radars) की बहुत लंबी सीरिज को चकमा देकर वहां पहुंच गए थे. बाद में अमेरिका ने अपने F-22 रैप्टर फाइटर जेट्स (F-22 Raptor fighter jets) से एक गुब्बारे को नीचे गिरा दिया था.
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