विदेश

लोकतंत्र पर आयोजित शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान नहीं हुआ शामिल, जानें वजह

वॉशिंगटन। पाकिस्तान (Pakistan) ने अमेरिका(America) की ओर से लोकतंत्र पर आयोजित शिखर सम्मेलन (Summit for Democracy) में शामिल नहीं होने का निर्णय किया है. इस्लामाबाद ने ये फैसला चीनी विदेश मंत्री वांग यी(Chinese Foreign Minister Wang Yi) की देर रात अपने पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी(Pakistani counterpart Shah Mehmood Qureshi) के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद किया. पाकिस्तान (Pakistan) के अखबार द न्यूज में गुरुवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान (Pakistan) ने इस सम्मेलन में भाग लेने से इनकार कर दिया है, जिसकी मेजबानी 9-10 दिसंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) कर रहे हैं.
अमेरिका (America) ने सम्मेलन में भाग लेने के लिए 110 देशों को आमंत्रित किया है. एशिया-प्रशांत क्षेत्र से आमंत्रित देशों में भारत, पाकिस्तान, मालदीव, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और फिलीपीन शामिल हैं. चीन आमंत्रितों देशों की सूची में नहीं है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर आठ दिसंबर को पोस्ट किए गए एक बयान में कहा गया है कि हम 9-10 दिसंबर 2021 को डिजिटल तरीके से आयोजित होने वाले लोकतंत्र पर शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान को आमंत्रित करने पर अमेरिका के आभारी हैं.



अमेरिका के निमंत्रण ने इस्लामाबाद को संकट में डाला
बयान में आगे कहा गया है कि हम अमेरिका के साथ अपनी साझेदारी को महत्व देते हैं, जिसका हम द्विपक्षीय और क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय सहयोग दोनों के लिहाज से विस्तार करना चाहते हैं. हम कई मुद्दों पर अमेरिका के संपर्क में रहते हैं और मानते हैं कि हम भविष्य में इस विषय पर उपयुक्त समय पर जुड़ सकते हैं. विश्लेषकों का कहना है कि सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान को अमेरिका के निमंत्रण ने इस्लामाबाद को संकट में डाल दिया, क्योंकि ये चीन को अलग-थलग करने के उद्देश्य से किया गया था.
अमेरिका की ओर से ताइवान को आमंत्रित करने के कारण भी चीन इस शिखर सम्मेलन के आयोजन से नाराज है, क्योंकि चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है. गौरतलब है कि सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेने का पाकिस्तान का निर्णय पिछले शुक्रवार को पाकिस्तान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के साथ देर रात टेलीफोन पर बातचीत के बाद लिया गया.
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार को लोकतंत्र पर आयोजित सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर कहा कि दुनियाभर में लोकतंत्र निरंतर और खतरनाक चुनौतियों का सामना कर रहा है. लोकतंत्र की स्थिति पर चिंता जताते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने भाषण में कहा कि व्यापक स्तर पर ये ट्रेंड गलत दिशा में जा रहा है और लोकतंत्र को चैंपियंस की जरूरत है.

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