नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट (pakistan cricket) में इस समय सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. कुछ दिनों पहले ही रमीज राजा को पीसीबी के चेयमैन पद से हटा दिया गया था. वहीं क्रिकेटिंग फील्ड (cricketing field) पर भी पाकिस्तान को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी जब उसे इंग्लैंड (England) ने उसका 3-0 से सपड़ा साफ कर दिया था. अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के आर्थिक रूप से बड़ा नुकसान (Harm) झेलने की खबर सामने आई है.
पीसीबी को लगा करोड़ों रुपये का चूना
क्रिकेट पाकिस्तान.कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान जूनियर लीग (PJL) के आयोजन से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को करीब 1 बिलियन पाकिस्तानी रुपये का नुकसान हुआ है. इस रिपोर्ट के मुताबिक पीजेएल के पहले सीजन में अलग-अलग खर्चों के चलते पीसीबी को 99,69,96400 पाकिस्तानी रुपये का नुकसान हुआ. यदि इस रकम को भारतीय मुद्रा में तब्दील कर दें तो यह 36.48 करोड़ रुपये बैठती है.
पीसीबी को टाइटल स्पॉन्सर और फ्रेंचाइजी टीम बेचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था, इसलिए उन्होंने टीमों का स्वामित्व अपने पास रखा. कुल मिलाकर स्पॉन्सरशिप से 19 करोड़ पाकिस्तानी रुपये मिले. वहीं प्रोडक्शन पर 28 करोड़ 60 लाख पाकिस्तानी रुपये खर्च हुए. इस मामले में भी पीसीबी को नुकसान ही हुआ.
अगले सीजन शायद ही हो पीजेएल
रमीज राजा के पद छोड़ने से पहले पाकिस्तान जूनियर लीग के 20 साल के अधिकार बिक गए थे. हालांकि पीसीबी के नए चेयरमैन नजम सेठी ने पाकिस्तान जूनियर लीग के पहले ही सीजन के घाटे में चले जाने के चलते इसे आगे जारी नहीं रखने का संकेत दिया है, इसलिए समझौते पर अमल संभव नहीं है.
राजा का ड्रीम प्रोजेक्ट था पीजेएल
रमीज राजा ने ने पीसीबी के चेयरमैन पद की कमान संभालने के बड़े-बड़े वादे किए थे. इन्हीं में से एक पाकिस्तान जूनियर लीग (Pakistan Junior League) का आयोजन भी था जिससे जूनियर खिलाड़ियों को एक मंच मिल सके. रमीन राजा ने किसी तरह इसके पहले सीजन आयोजन कर तो लिया लेकिन अब पीसीबी को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है. पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज सलमान बट ने रमीज रजा की इसे लेकर निशाना साधा है.
सलमान बट ने की राजा की खिंचाई
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए बट ने पीजेएल को एक बड़ी गलती बताया और कहा कि उस पैसे से पाकिस्तान-ए टीम के लिए चार दौरे आयोजित किए जा सकते थे. बट ने कहा, ‘यह एक बड़ी गलती थे.। इतने ही पैसे से वे पाकिस्तान-ए टीम के लिए चार दौरे करवाने में सक्षम होते. उन्होंने टूर्नामेंट पर 125 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन खिलाड़ियों को क्या फायदा मिल रहा है? मैचों का सीधा प्रसारण करने के अलावा उन्होंने और क्या किया? सभी मैच एक ही पिच पर खेले गए.’