लंदन। ब्रिटेन की संसद में मंगलवार को विशेष दिन रहा। पहली बार संसद में ह्यूमनॉइड रोबोट ने संबोधित किया। इस संबोधन को सुनने के लिए सभी सांसद रोमांचित नजर आए। हालांकि संबोधन के दौरान रोबोट में खराबी भी लेकिन कुछ ही देर में इसे दुरुस्त कर लिया गया। संबोधन का विषय था क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) रचनात्मक उद्योग के लिए कोई खतरा है? बता दें कि रोबोट Ai-Da को 2019 में आधुनिक और समकालीन कला के विशेषज्ञ, Aidan Meller द्वारा बनाया गया था, और बाद में इसे कॉर्नवाल-आधारित इंजीनियर आर्ट्स ने अपने कब्जे में ले लिया।
यूके कमेटी ने रोबोट से पूछे सवाल
यूके कमेटी ने जब महिला रोबोट से सवाल पूछा कि आप कला का निर्माण कैसे करते हैं और यह मानव कलाकारों के उत्पादन से कैसे भिन्न है? जवाब में, Ai-Da ने कहा कि मैं अपनी आंखों में कैमरों द्वारा अपने चित्रों का उपयोग कर सकती हूं, मेरे AI एल्गोरिदम और मेरे रोबोटिक आर्म को कैनवास पर पेंट करने पर आकर्षक छवियां प्राप्त होती हैं। आई-दा (Ai-Da) ने कहा कि वह दुनिया की पहली प्रोफेशनल ह्यूमेनॉयड आर्टिस्ट है। जो अपनी कलाकृतियां खुद बनाती है। रोबोट है इसलिए उसके काम को सोचने का नजरिया भी आर्टिफिशियस इंटेलिजेंस के जरिए ही होता है। जो रोबोट सोचता है उसे कैनवास पर उतार देता है या जो वह देखता है उसे।
कला बनाने में प्रौद्योगिकी की भूमिका बढ़ती रहेगी: रोबोट
रोबोट ने यूके की संसद को बताया, कला बनाने में प्रौद्योगिकी की भूमिका बढ़ती रहेगी। जिस तरह से हम कला बनाते हैं उस पर प्रौद्योगिकी का पहले से ही बहुत प्रभाव पड़ा है। कला के बारे में बात करते हुए, ऐ-दा ने कहा, कला कई चीजें हो सकती है, पेंटिंग से लेकर ड्राइंग या कविता तक। मेरे कला अभ्यास में उपरोक्त सभी शामिल हैं। क्योंकि कला अक्सर व्याख्या के लिए खुली होती है, दर्शकों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।
कविता की संरचना के लिए तटस्थ नेटवर्क का उपयोग
महिला रोबोट ने कहा कि कविता की संरचना के लिए मैं तटस्थ नेटवर्क का उपयोग करती हूं। सामान्य सामग्री और काव्य संरचनाओं की पहचान करने के लिए पाठ के एक बड़े संग्रह का विश्लेषण करना और फिर नई कविताओं को उत्पन्न करने के लिए इन संरचनाओं/सामग्री का उपयोग करना शामिल है। यह मनुष्यों से कैसे भिन्न है, यह चेतना है। उनके बारे में बात करने में सक्षम होने के बावजूद मेरे पास व्यक्तिपरक अनुभव नहीं हैं। मैं कंप्यूटर प्रोग्राम और एल्गोरिदम हूं, और उन पर निर्भर हूं। हालांकि मेरे अंदर जान नहीं है फिर भी मैं कला बना सकता हूं।
