मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम द्वारा गुरुवार को शिवसेना नेता संजय राउत की बेटियों के पार्टनर सुजीत पाटकर के घर छापेमारी के बाद से राजनीति तेज हो गई है। इस मामले पर अब खुद संजय राउत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को छापेमारी करने दें। मैं उनका स्वागत करूंगा। बस झूठ न बोलें वर्ना उन्हें भुगतना पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि कोई एजेंसी राजनीतिक लक्ष्य प्राप्त करने के लिए झूठ बोलती है, तो उन्हें इसका परिणाम भुगतना होगा। मैं बताना चाहूंगा की इस अवैध जांच के कारण अधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक सभी जेल गए हैं।
ईडी की जांच से डरने वाले नहीं : राउत
संजय राउत ने कहा, ईडी की जांच इसी तरह 2024 तक चलने वाली है और इस तरह की जांच के लिए वे पूरी तरह तैयार हैं। इससे डरने वाले नहीं हैं। पहले उन्हें भाजपा में शामिल होने का ऑफर मिला था, जब वे शामिल नहीं हुए तो उन्हें धमकाया गया। अब केंद्रीय जांच एजेंसियों को उनके पीछे लगाया गया है।
क्या है मामला?
ईडी की जांच में पता चला है कि सुजीत पाटकर की वाइन कंपनी मेगपाई डीएफएस प्राइवेट लिमिटेड में ईडी संजय राउत की बेटियां उर्वशी और विदिता भी हिस्सेदार हैं। इस मामले की छानबीन के साथ ही ईडी संजय राउत की बेटी की ओर से इस उद्योग में लगाई गई जमापूंजी की भी जांच कर रहा है। वहीं एक दिन पहले बुधवार को ईडी ने संजय राउत के एक अन्य करीबी प्रवीण राउत को एक हजार करोड़ रुपये के जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था। सूत्रों का कहना है कि जमीन घोटाले के तार पाटकर से जुड़े हैं।
