चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में अब भी सब कुछ सही नहीं है। नवजोत सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को कुर्सी से हटने पर मजबूर कर दिया लेकिन खुद सीएम नहीं बन पाए। इसके लिए उनकी छटपटाहट एक बार फिर सामने आई है। वायरल हो रहे एक वीडियो में सिद्धू खुद को सीएम न बनाए जाने पर टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं, वहीं वे सीएम चन्नी के लिए अपशब्दों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
ये वीडियो गुरुवार को सिद्धू की अगुवाई में लखीमपुर खीरी रवाना हुए मार्च के दौरान का है। इस दौरान सिद्धू समेत मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य तो समय से पहुंच गए थे लेकिन सीएम चरणजीत चन्नी को देर हो गई। इस दौरान मंत्री परगट सिंह ने कहा कि चन्नी थोड़ी देर में आ रहे हैं तो सिद्धू भड़क गए और कहा कि इतनी देर से हम इंतजार कर रहे हैं। इस दौरान सिद्धू ने कहा कि सरदार भगवंत सिंह (नवजोत सिद्धू के पिता) के बेटे को सीएम बनाते तो फिर देखते कि सक्सेस क्या होती है। इसी के बाद सिद्धू ने चन्नी के लिए अपशब्द कहते हुए कहा कि वे 2022 में कांग्रेस को डुबो देगा।
सीएम की कुर्सी पर हमेशा रही सिद्धू की नजर
दरअसल नवजोत सिद्धू सीएम बनना चाहते थे। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद उन्हें लगने लगा था कि ऐसा हो जाएगा लेकिन कांग्रेस हाईकमान सुनील जाखड़ के नाम को आगे बढ़ा रहा था। सिख सीएम बनने की बात के बाद सुखजिंदर रंधावा का नाम चर्चा में आया। सूत्रों के अनुसार, रंधावा के नाम का सिद्धू ने विरोध किया जिसके बाद सीएम की कुर्सी पर चरणजीत चन्नी को बैठाया गया। इसके बाद सिद्धू पर सुपर सीएम बनने के आरोप लगने लगे। फिर जब मंत्रिमंडल में और प्रशासनिक नियुक्तियों में सिद्धू की नहीं चली तो उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।