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सामाजिक समरसता के साथ सामाजिक न्याय मप्र सरकार का संकल्प: शिवराज

– महात्मा ज्योतिबा फुले की 195वीं जयंती पर मुख्यमंत्री ने की अनेक घोषणाएं
– महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती पर अब हर साल होगा ऐच्छिक अवकाश
– शैक्षणिक पाठ्यक्रम में शामिल होगी ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई फुले की जीवनी

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) सोमवार को दमोह में पिछड़ा वर्ग कल्याण के जननायक महात्मा ज्योतिबा फुले (Jannayak Mahatma Jyotiba Phule) की 195 वीं जयंती समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के साथ सामाजिक न्याय मध्यप्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) का सकंल्प हैं। महात्मा ज्योतिबा फुले से प्रेरणा लेकर मध्यप्रदेश सरकार इसी दिशा में कार्य कर रही हैं।


इस मौके पर उन्होंने घोषणा की कि अब हर साल महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर शासकीय कर्मचारियों के लिए ऐच्छिक अवकाश रहेगा। पिछड़ा वर्ग सहित गरीबों, दलितों के उत्थान तथा बालिकाओं की शिक्षा के लिए जो महत्वपूर्ण कार्य महात्मा ज्योतिबा फुले और उनकी धर्मपत्नी सावित्री बाई फुले ने किये तथा उनके विचारों को दृष्टिगत रखते हुए मध्यप्रदेश सरकार उनकी जीवनी को शैक्षणिक पाठ्यक्रम में शामिल करेगी। दमोह जिले के लिए स्वीकृत एक सीएम राईज स्कूल का नाम महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम पर होगा।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अब प्रत्येक वर्ष महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती को अलग-अलग स्थान पर धूमधाम से मनाया जायेगा। केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल की मांग पर मुख्यमंत्री ने जिले की बटियागढ़ ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का स्वरूप देने की भी घोषणा की।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस प्रकार केन्द्रीय पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया हैं, उसी तर्ज पर मध्यप्रदेश सरकार ने भी पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया हैं। महात्मा ज्योतिबा फुले का पूरा जीवन महिलाओं, गरीबों और किसानों के लिए सघंर्ष में बीता। उन्होंने महिला शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति पैदा की और विधवा विवाह की मुहिम चलाई। यही कारण रहा कि मुम्बई में वर्ष 1888 में हुई किसान सभा में उन्हें महात्मा की उपाधि दी गई।

चौहान ने कहा कि देश में दो ही महात्मा हुए, एक राष्ट्रपिता महात्मा गॉंधी और दूसरे महात्मा ज्योतिबा फुले। धन्य हैं भारत वर्ष जहाँ ऐसे महापुरूष पैदा हुए। महात्मा फुले ने अपने कर्मठ जीवन में जो इतिहास बनाया तथा पिछड़े एवं दलित वर्ग और महिलाओं के हित में जो कार्य किये, उसी का परिणाम है कि मध्यप्रदेश सरकार ने भी उन वर्गों के कल्याण और हित में अनेक योजनाएँ चलाई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में सभी वर्गों के मेधावी बेटे-बेटियों की उच्च शिक्षा का खर्च भी सरकार वहन करेगी। सभी वर्ग के लाखों विद्यार्थियों को विगत माह सिंगल क्लिक द्वारा स्कॉलरशिप उनके खातें में सीधे पहुँचाई गई हैं। उन्होंने बड़ी संख्या में उपस्थित पिछड़ा वर्ग के लोगों को संकल्प दिलाया कि महात्मा ज्योतिबा फुले के बताए मार्ग पर चलकर अपनी बेटियों को जरूर पढ़ायें। उन्होंने कहा कि बेटियों को सम्मान मिलना चाहिए, उनका असम्मान करने वाले दुराचारियों को छोड़ा नहीं जायेगा, उन्हें कठोर सजा दिलवायी जायेगी। मुख्यमंत्री ने राज्य-मंत्री रामखेलावन पटेल की प्रशंसा की कि वे मप्र पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम के पुनर्गठन का प्रयास कर रहे हैं।

राज्य स्तरीय पुरस्कारों का वितरण
मुख्यमंत्री चौहान ने समारोह में विगत तीन वर्षों के म.प्र. महात्मा ज्योतिबा फुले पिछड़ा वर्ग सेवा राज्य पुरस्कार वितरित किये। वर्ष 2017-18 के लिए डबरा के डाँ. हुकुम सिंह कुशवाह, वर्ष 2018-19 के लिए उमरिया के बीआर सातपुते तथा वर्ष 2019-20 के लिए रीवा के आरएन पाटिल को 2-2 लाख रुपये के चेक एवं प्रशस्ति-पत्र भेंट किये गये।

महात्मा फुले ने सामाजिक विषमताओं को दूर करने का बीड़ा उठायाः केन्द्रीय मंत्री पटेल
कार्यक्रम में केंद्रीय खाद्य प्र-संस्करण, उद्योग एवं जलशक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने सामाजिक विषमताओं को दूर करने का बीड़ा उठाया था। उन्होंने अपनी पत्नी के साथ जन-जागरण किया और वो जागरण महिला शिक्षा, बाल विवाह के विरोध और विधवा विवाह के समर्थन का जागरण था। इसीलिए समाज ने उन्हें महात्मा की उपाधि दी।

पटेल ने महात्मा ज्योतिबा एवं उनकी पत्नी के चरणों में नमन करते कहा कि उन्होंने 200 वर्ष पूर्व जो अभियान चलाया, वह महिला सशक्तिकरण का अभियान लगातार जारी हैं। आज महत्वपूर्ण दिन इसलिए हैं कि मुख्यमंत्री चौहान ने जल-अभिषेक अभियान की शुरुआत की है। हम प्रकृति की रक्षा करें तो आने वाली पीढ़ी का जीवन सुखद होगा।

कार्यक्रम में प्रदेश खाद्य प्र-संस्करण, (स्वतंत्र प्रभार) एवं नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह, पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राम खेलावन पटेल ने भी संबोधित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान ने दमोह जिले के लिए 260 करोड़ रुपये से अधिक के विकास और निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन और लोर्कापण किया। मुख्यमंत्री ने दमोह जिले की बहुप्रतीक्षित सीटी स्केन मशीन भी लोकार्पित की। (एजेंसी, हि.स.)

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