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शोले के ठाकुर का डर सही साबित हुआ

आज है ख्यात अभिनेता रहे संजीव कुमार की पुण्यतिथि
इन्दौर। अभिनेता संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) को हमेशा लगता था कि उनकी मौत कम उम्र में ही हो जाएगी। दरअसल, संजीव कुमार जिस परिवार से ताल्लुक रखते थे, वहां पर कई सदस्यों की मौत 50 साल से कम उम्र में ही हो गई थी. संजीव कुमार का ये डर सच साबित हुआ और उनकी मौत 47 साल की उम्र में ही हो गई थी।
फिल्म शोले के ठाकुर संजीव कुमार की आज 6 नवंबर को पुण्यतिथि है । 9 जुलाई 1938 को गुजरात के सूरत में जन्में संजीव कुमार का असली नाम हरीभाई जरीवाला था। संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) को बचपन से ही अभिनय का शौक था और यही शौक पूरा करने के लिए वो मायानगरी मुंबई में आए.शुरुआती दिनों में संजीव कुमार ने एक्टिंग स्कूल में एडमिशन लिया, इसी दौरान उन्हें 1960 में फिल्म हम हिन्दुस्तानी में एक छोटी सी भूमिका निभाने का मौका मिला ।संजीव कुमार बतौर लीड एक्टर फिल्म निशान में नजर आए. इसके बाद वो कई फिल्मों में नजर आए जिनमें स्मगलर, पति-पत्नी, हुस्न और इश्क, बादल, नौनिहाल जैसी फिल्मों के नाम शामिल हैं। इन सभी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखाया। इसके बाद साल 1970 में रिलीज हुई फिल्म खिलौना ने संजीव कुमार को रातों रात स्टार बना दिया. इस फिल्म के बाद वो दस्तक में नजर आए, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई और संजीव कुमार रातों रात स्टार बन गए।
यह पुरस्कार संजीव कुमार के नाम रहे
संजीव कुमार को दो बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। एक बार दस्तक 1971 के लिए और दूसरी बार कोशिश 1973 के लिए। 14 बार फिल्म फेअर पुरस्कार के लिए संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) नॉमिनेट हुए। दो बार उन्होंने बेस्ट एक्टर आंधी और अर्जुन पंडित का और एक बार बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवार्ड मिला।
नूतन ने एक बार जड़ दिया था थप्पड़
एक बार नूतन ने संजीव कुमार के गाल पर थप्पड़ जड़ दिया था। दरअसल नूतन और संजीव के बीच रोमांस की खबरें फैल रही थीं जिससे नूतन के वैवाहिक जीवन में खलबली मच गई थी। नूतन को लगा कि संजीव इस तरह की बातें फैला रहे हैं लिहाजा आमना-सामना होने पर उन्होंने संजीव को थप्पड़ जड़ दिया।

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