– अभिनेता फिरोज खान की आज जयंती
– स्टाइलिश, बिंदास छवि को रंगीन पर्दे पर उतारा
इन्दौर। भारतीय सिनेमा में लीक से हटकर काम करने वाले अभिनेता थे फिरोज खान, अपनी अलग शैली, अंदाज और अलग-अलग किरदारों में जान फूंकने की क्षमता की वजह से फिरोज़ खान को बॉलीवुड का कॉव-बॉय कहा जाता था।
अपनी बिंदास स्टाइल और बेबाक बोली से फिरोज खान ने फिल्मों में ही काम करके इतना नाम कमाया जिसके लिए कई अभिनेता बरसों मेहनत करते रहे, चाहे फिल्मों में एक सुंदर हीरो की भूमिका हो या खूंखार विलेन का रोल, फिरोज खान हर किरदार में जान डाल देते थे। फिरोज खान का जन्म आज ही के दिन 25 सितंबर 1939 को बेंगलूर में हुआ था। 1960 में फिल्म दीदी से फिरोज खान ने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत की। फिरोज खान के कैरियर में पहली सफल फिल्म ऊंचे लोग थी। फिल्म आदमी और इंसान 1970 में अभिनय के लिए फिरोज खान को फिल्म फेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक कलाकार का पुरस्कार मिला। फिरोज खान काफी लंबे समय तक कैंसर से पीडि़त रहे और 27 अप्रैल 2009 को उनका निधन हो गया था।
फिल्म ताजमहल के प्रीमियर मौके पर वे पाकिस्तान गए थे वहां एक प्रसंग में उन्होंने पुरजोर तरीके से ताकीद की कि भारत एक सेक्युलर देश है, उनकी मुखरता पाकिस्तान को रास नहीं आई थी और विवाद उठ खड़ा हुआ था, फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई प्रसंग और किस्से हैं।
यह थी फिरोज खान की सुपर-डुपर हिट फिल्में
कुरबानी, धर्मात्मा, जांबाज, दयावान, यलगार, वेलकम, अपराध, सफर, खोटे सिक्के, आरजू, कश्मकश, काला सोना, गीता मेरा नाम, रात और दिन का, एक सपेरा एक लूटेरा, शंकर शम्भू के बाद कच्चे हीरे आदि।
