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ये हैं दुनिया की Most Dangerous Cities, यहां पहुंचना मतलब मौत के मुंह में जाना

नई दिल्ली। अलेप्पो एक समय में सीरिया का सबसे सुंदर, सबसे पुराना और सबसे बेहतरीन शहर माना जाता था। जहां से मानवीय सभ्यता के इतिहास की झलक मिलती थी। ये शहर कला, खेल, शिक्षा का केंद्र हुआ करता था। लेकिन सीरियन गृहयुद्ध में ये शहर बर्बाद हो गया। साल 2011 से अबतक अलग अलग गुटों के नियंत्रण में रहे इस शहर को आईएसआईएस ने बर्बाद कर डाला। सीरिया में युद्ध अभी भी जारी है। इस शहर में विदेशी लोगों को घूमने से भी रोक दिया गया है।

अफगानिस्तान की राजधानी दुनिया के सबसे खतरनाक शहरों में दूसरे नंबर पर है। यहां हर रोज किसी न किसी बाजार में, बिल्डिंग में या सैनिक अड्डे पर हर रोज बम धमाके होते रहते हैं। रॉकेट हमले भी आम हैं। काबुल कभी दुनिया में सबसे शांत शहरों में से एक हुआ करता था, जो मध्य एशिया-यूरोप और दक्षिण एशिया व्यापारिक मार्ग पर सबसे अहम जगह रखता था। लेकिन मौजूदा समय में यहां जाने का मतलब है मौत के मुंह में जाना।


दक्षिणी सूडान का जूबा शहर साल 2013 से युद्ध का मैदान बना हुआ है। कभी ये शहर अपने प्रवासी पक्षियों की तीमारदारी के लिए मशहूर था। लेकिन अब यहां जाना मतलब साक्षात यमराज से मुलाकात करना है। जूबा शहर में मौजूद विदेशियों से तुरंत ही शहर छोड़कर जाने के लिए कहा गया है। अरब प्रायद्वीप का यमन देश मौजूदा समय में सबसे ज्यादा बुरी हालत में है। एक तरफ सरकारी फौज है, तो दूसरी तरफ हूती विद्रोही। यमन की राजधानी सना पर हूती विद्रोहियों का कब्जा है। उसे छुड़ाने के लिए सउदी अरब की अगुवाई में कई देश हर रोज सना पर बमबारी करते रहे हैं। मौजूदा समय में सना में वही लोग बचे रह पाए हैं, जो किसी न किसी मजबूरी में घिरे हैं। इस समय यमन अरब प्रायद्वीप का सबसे गरीब देश बन चुका है।


डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) लंबे समय से राजनीतिक अस्थिरता का शिकार रहा है। जिसके चलते यहां हिंसा हर रोज होने वाली आम घटना हो चुकी है। कभी किन्शासा होकर ट्रेकर विरुंगा पहाड़ की तरफ जाते थे। लेकिन अब इस शहर में चप्पे चप्पे पर मौत का साया है। विदेशी नारगिकों को सलाह दी गई है कि वो इस शहर का रुख न ही करें तो बेहतर है। सूडान की राजधानी खारतून ऐसी जगह है, जहां सफेद और नीली नील नदियां आपस में मिलती हैं। मौजूदा समय में खारतूम के बड़े इलाके में स्टेट ऑफ इमरजेंसी घोषित है। यहां कर्फ्यू हर तरफ है। घरों से निकलने पर पहरा है। कब आतंकी हमले हो जाएं, या विपक्षी हथियारबंद लोग मारकाट शुरू कर दें, कहा नहीं जा सकता। इसलिए भी लोगों को खारतूम न जाने की सलाह दी गई है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद 1960 के दशक में बसाई गई थी। ये नया शहर है। लेकिन आतंकवादी घटनाओं की वजह से बेहद असुरक्षित है। खासकर इलेक्शन के समय या किसी धार्मिक उत्सव के समय।


उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग ने यूं तो खुद ही विदेशियों की एंट्री पर बैन लगाया हुआ है। इसके अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक कारण भी हैं। इसके बावजूद इस शहर को विदेशी मेहमानों से चिढ़ सी है। यहां एक छोटी सी गलती भी आपको जेल के पीछे ढकेल सकती है, जहां से बचकर आना नामुमकिन होता है। कोलंबिया की राजधानी बोगोटा स्ट्रीट क्राइम के लिए कुख्यात है। यहां राह चलते लोगों की हत्याएं हो जाती हैं। डकैती, लूट और गैंगवार यहां आम है। हालांकि ये शहर बेहद खूबसूरत है, लेकिन यहां लोगों का जीना मुश्किल है। वेनेजुएला की राजधानी कराकास सुंदर है। लेकिन पिछले कुछ समय से इस शहर में राजनीतिक हिंसा बढ़ी है। यही नहीं, लातिन अमेरिकी देशों में सबसे ज्यादा हत्याएं इसी शहर में होती है। ड्रग्स और संगठित अपराध के गिरोह ही शहर को चलाते दिख रहे हैं। इस लिए गैंगवार यहां आम है। मुद्रास्फीति की वजह से जीने के लिए जरूरी सामानों की भी किल्लत अब ये शहर महसूस करने लगा है।

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