उत्तर प्रदेश देश

इस पार्टी के पास है सबसे अधिक संपत्ति, जानिए सभी पार्टियों के खजाने का हाल

लखनऊ। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms) ने उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) के लिए जारी घमासान के बीच एक रिपोर्ट दी है, जिसमें सभी राजनीतिक दलों (Political parties) के धन का विवरण है। रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (BJP) वर्ष 2019-20 में अपनी संपत्ति 4847 करोड़ रुपये घोषित की थी। यह देश के सभी राजनीतिक दलों में सबसे अधिक है। वहीं, दूसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) रही जिसने अपनी संपत्ति 698.33 करोड़ रुपये बताई और तीसरे स्थान पर कांग्रेस रही जिसने अपनी संपत्ति 588.16 करोड़ रुपये घोषित की थी। यह जानकारी चुनाव सुधारों की वकालत करने वाले समूह एडीआर की रिपोर्ट में दी गई है।

एडीआर (ADR) ने अपनी यह रिपोर्ट 2019-20 में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों की संपत्ति और देनदारियों के अपने विश्लेषण (Analysis) के आधार पर तैयार की है। विश्लेषण के अनुसार इस वित्त वर्ष में सात राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की ओर से घोषित की गई कुल संपत्ति 6988.57 करोड़ और 44 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की ओर से घोषित की गई कुल संपत्ति 2129.38 करोड़ रुपये रही। सात राष्ट्रीय दलों (national parties) की कुल संपत्ति में भाजपा की हिस्सेदारी 69.37 फीसदी, बसपा की 9.99 और कांग्रेस की 8.42 फीसदी रही।


साथ ही 44 क्षेत्रीय दलों में से शीर्ष 10 पार्टियों की संपत्ति 2028.715 करोड़ रुपये थी या यूं कहें कि उन सभी द्वारा घोषित कुल संपत्ति का 95.27 प्रतिशत थी। वित्तीय वर्ष 2019-20 में क्षेत्रीय दलों में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) द्वारा सबसे अधिक संपत्ति 563.47 करोड़ रुपये (26.46 प्रतिशत) घोषित की गई, इसके बाद टीआरएस ने 301.47 करोड़ रुपये और अन्नाद्रमुक ने 267.61 करोड़ रुपये की घोषणा की।

वित्तीय वर्ष 2019-20 में क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल संपत्ति में फिक्स्ड डिपोजिट/एफडीआर (Fixed Deposit /FDR) के रूप में 1,639.51 करोड़ रुपये (76.99 प्रतिशत) दिखाए गए। वित्तीय वर्ष (financial year) के लिए एफडीआर/फिक्स्ड डिपोजिट श्रेणी के तहत भाजपा और बसपा ने 3,253.00 करोड़ रुपये और 618.86 करोड़ रुपये, जबकि कांग्रेस ने 240.90 करोड़ रुपये घोषित किए। वहीं, क्षेत्रीय दलों में सपा (434.219 करोड़ रुपये), टीआरएस (256.01 करोड़ रुपये), अन्नाद्रमुक (246.90 करोड़ रुपये), द्रमुक (162.425 करोड़ रुपये), शिवसेना (148.46 करोड़ रुपये), बीजद (118.425 करोड़ रुपये) जैसे राजनीतिक दल शामिल हैं, जिन्होंने एफडीआर/सावधि जमा के तहत उच्चतम संपत्ति घोषित की। वित्त वर्ष 2019-20 के लिए सात राष्ट्रीय और 44 क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल देनदारी 134.93 करोड़ रुपये है।


रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय राजनीतिक दलों (national political parties) ने वित्त वर्ष 2019-20 में कुल 74.27 करोड़ रुपये की देनदारी घोषित की। राष्ट्रीय दलों ने उधार के तहत 4.26 करोड़ रुपये और अन्य देनदारियों के तहत 70.01 करोड़ रुपये की घोषणा की और वित्त वर्ष 2019-20 में कांग्रेस ने 49.55 करोड़ रुपये (66.72 प्रतिशत) की उच्चतम कुल देनदारियों की घोषणा की। उसके बाद एआईटीसी ने 11.32 करोड़ रुपये (15.24 प्रतिशत) की घोषणा की। क्षेत्रीय राजनीतिक दलों ने वित्त वर्ष 2019-20 में कुल 60.66 करोड़ रुपये की देनदारी घोषित की।

क्षेत्रीय दलों (regional parties) ने उधार के तहत 30.29 करोड़ रुपये और अन्य देनदारियों के तहत 30.37 करोड़ रुपये और वित्तीय वर्ष 2019-20 में टीडीपी (TDP) की घोषणा की। विश्लेषण में कहा गया है कि द्रमुक ने 8.05 करोड़ रुपये (13.27 प्रतिशत) घोषित किए जाने के बाद 30.342 करोड़ रुपये (50.02 प्रतिशत) की उच्चतम कुल देनदारी घोषित की।

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