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अमेरिकी सेना ने की बगदाद में एयरस्ट्राइक, इरान समर्थित मिलिशिया नेता की मौत

वाशिंगटन (Washington)। अमेरिकी सेना (American Army) ने गुरुवार को इराक की राजधानी बगदाद (Iraq’s capital Baghdad) में हवाई हमला (Air attack) किया, जिसमें ईरान समर्थित (supported Iran) एक बड़े मिलिशिया नेता की मौत (big militia leader Death) हो गई। वॉशिंगटन में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने जवाबी कार्रवाई की जानकारी देते हुए कहा कि हवाई हमले में मारा गया मिलिशिया नेता इराक में अमेरिकी सैन्य कर्मियों पर हाल में हुए हमलों के लिए जिम्मेदार था।


पेंटागन ने कहा कि अमेरिकी सेना ने एयरस्ट्राइक में मुश्ताक जवाद काजिम अल जवारी को निशाना बनाया। जवारी हरकत अल नुजाबा संगठन का नेता था, जो अमेरिकी सैन्यकर्मियों के खिलाफ हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में शामिल था। पेंटागन के प्रवक्ता मेजर जनरल पैट्रिक राइडर ने इसे आत्मरक्षा में किया गया हमला बताया और कहा कि हमले में हरकत अल नुजाबा का एक अन्य सदस्य भी मारा गया। उन्होंने कहा कि हमले में किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया गया। किसी भी बुनियादी ढांचे या सुविधाओं पर हमला नहीं किया गया। राइडर ने कहा कि हमले में जिस व्यक्ति को निशाना बनाया गया वह ईरानी प्रॉक्सी समूह का नेता था, जो अमेरिकी सैनिकों पर हमलों के लिए जिम्मेदार था।

गौरतलब है कि अक्तूबर में इस्राइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से इराक और सीरिया में अमेरिकी सेना पर रॉकेट और ड्रेन से करीब 100 बार हमले किए गए हैं। इराक में अमेरिका के 2,500 सैनिक और पड़ोसी देश सीरिया में 900 सैनिक हैं। इराक और सीरिया में ईरान-गठबंधन मिलिशिया समूह गाजा में इस्राइल के सैन्य अभियान का विरोध करते हैं और गाजा युद्ध के लिए अमेरिका को जिम्मेदार मानते हैं।

इससे पहले इराकी पुलिस सूत्रों ने कहा था कि एक ड्रोन ने नुजाबा मिलिशिया समूह के पूर्वी बगदाद स्थित मुख्यालय पर कम से कम दो रॉकेट दागे। मिलिशिया सूत्रों ने कहा कि रॉकेट परिसर में एक वाहन से टकराए, जिसमें एक मिलिशिया कमांडर और उसके एक सहयोगी सहित चार लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य सूत्रों ने भी मरने वालों की संख्या की पुष्टि की है।

इराकी प्रधानमंत्री ने की मिलिशिया समूह पर अमेरिकी हमले की निंदा
वहीं, इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सूडानी के सैन्य प्रवक्ता ने मिलिशिया समूह पर अमेरिकी हमले की निंदा की है। इसे इराक के सुरक्षा तंत्र पर हमला करार दिया है। इराकी प्रधानमंत्री सूडानी को ईरान समर्थित मिलिशिया गुटों को समर्थन हासिल है। जिसके कारण उन्हें एक साल पहले इराक की सत्ता में आने में मदद मिली थी।

इराकी मिलिशिया कमांडरों ने बदला लेने की कसम खाई
स्थानीय इराकी मिलिशिया कमांडर अबू अकील अल-मौसावी ने कहा कि हम जवाबी कार्रवाई करेंगे और अमेरिका को इस हमले पर पछतावा करने पर मजबूर कर देंगे।

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