गुवाहाटी। राज्य सरकार ने कोरोना महामारी (state government corona epidemic) को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर 12 घंटे के लिए कर्फ्यू लागू करने के साथ ही कई एसओपी लागू किए हैं। इसके बावजूद कोरोना को उम्मीद के मुताबिक नियंत्रित नहीं किया जा सका है। नतीजतन, राज्य सरकार को अंतर जिला यातायात व्यवस्था को बंद करने सहित कई जिलों को कंटेनमेंट जोन के रूप में घोषित करना पड़ा है।
इस बीच रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाले सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), गुवाहाटी के लंकेश्वर स्थित ईस्ट जोन मुख्यालय (Border Roads Organization (BRO), East Zone Headquarters at Lankeshwar, Guwahati) के प्रमुख एवं अपर महानिदेशक (एडीजी) प्रवीण कुमार हनुमंत सिंह, अधिकारी राम अवतार खुरल तथा कई अन्य अधिकारी, अभियंता और जवान कोरोना संक्रमित हो गये है। स्वास्थ्य विभाग की एसओपी के तहत गत 08 जुलाई को कोरोना से प्रभावित होने के बाद कामरूप (मेट्रो) जिला प्रशासन ने मुख्यालय परिसर को बारह दिन यानी 20 जुलाई तक कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है।
सूत्रों ने बताया है कि बीआरओ के अधिकारियों, अभियंताओं एवं जवानों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हैं, इसके बावजूद वे कोरोना संक्रमित हो गये हैं। बीआरओ मुख्यालय में पीड़ितों की उचित निगरानी की व्यवस्था की गई है। परिसर में डॉक्टर, चिकित्सा स्टाफ सहित चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं।
फिलहाल मुख्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार को बंद कर दिया गया है और परिसर में किसी के भी आने जाने पर रोक लगा दी गयी है। गौरतलब है कि पिछले साल 24 मार्च को कोरोना के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन घोषित किए जाने के बाद यह पहला मौका है जब बीआरओ के ईस्ट जोन मुख्यालय परिसर को कंटेनमेंट जोन के रूप में घोषित किया गया है। परिसर में सभी कार्यालय वर्तमान में बंद हैं और सभी को अपने-अपने आवासों में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्वोत्तर में सिक्किम सहित अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, असम, त्रिपुरा, नगालैंड, मणिपुर की अंतरराष्ट्रीय सीमा को कवर करते हुए सैन्य दृष्टिकोण से सभी सड़कों, महत्वपूर्ण मार्गों, पुलों, सुरंगों आदि के निर्माण और मरम्मत की जिम्मेदारी बीआरओ के पूर्वी जोन कार्यालय के तहत आता है। (एजेंसी, हि.स.)
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