नई दिल्ली: नेपाल विमान हादसे में सभी 72 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे बाद मामत ही मातम पसर गया. अभी चार शवों को खोजना बाकी रह गया है, जिसके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. हिमालयी राष्ट्र में पिछले 30 से अधिक सालों में हुआ यह सबसे घातक विमान हादसा है. इस बीच सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है. यह जानकारी काठमांडू से एयरपोर्ट के अधिकारी शेर बाथ ठाकुर ने दी है.
नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण (CAAN) के अनुसार, यति एयरलाइंस के 9एन-एएनसी एटीआर-72 विमान ने बीते दिन सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी. पोखरा एयरपोर्ट पर उतरते वक्त विमान पुराने एयरपोर्ट और नए एयरपोर्ट के बीच सेती नदी के तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में पांच भारतीयों अभिषेक कुशवाहा (25), विशाल शर्मा (22), अनिल कुमार राजभर (27) सोनू जायसवाल (35) और संजय जायसवाल की मौत हो गई. ये सभी उत्तर प्रदेश के निवासी थे.
विमान के कैप्टन ने पोखरा कंट्रोल टावर किया था संपर्क
विमान के पायलट कैप्टन कमल केसी ने करीब 110 किलोमीटर की दूरी से पोखरा नियंत्रण टावर से पहली बार संपर्क किया. पोखरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के प्रवक्ता अनूप जोशी ने कहा, ‘मौसम साफ था. हमने रनवे 30 पर उन्हें उतरने को कहा…सब कुछ सही था. कोई परेशानी सामने नहीं आई थी.’ जोशी ने बताया कि विमान के कप्तान ने बाद में रनवे12 पर उतरने की अनुमति मांगी. उन्होंने कहा, ‘हमें नहीं पता कि उन्होंने ऐसा क्यों किया. अनुमति दे दी गई और फिर विमान उतरने लगा.’
कास्की के जिला प्रशासन कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए गंडकी अस्पताल भेजा गया है. सरकार के प्रवक्ता एवं वित्त मंत्री बिष्णु प्रसाद पौडेल ने बताया कि सरकार ने हादसे की जांच के लिए पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है. पूर्व विमानन सचिव नागेंद्र घिमिरे की अध्यक्षता वाली जांच समिति को दुर्घटना की जांच करने और 45 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है.
पिछले 10 सालों में हुए ये बड़े विमान हादसे
पिछले साल 29 मई को तारा एयर का एक विमान पर्वतीय मुस्तांग जिले में क्रैश हो गया था, जिसमें एक भारतीय परिवार के चार सदस्यों समेत इसमें सवार सभी 22 लोगों की मौत हो गई थी. वर्ष 2016 में इसी एयरलाइन का एक विमान इसी मार्ग पर क्रैश हो गया था, जिसमें सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी. मार्च 2018 में त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर विमान क्रैश में 51 लोगों की मौत हुई थी.
सितंबर 2012 में त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आपात स्थिति में उतरते समय समय सीता एयर का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई थी. पोखरा से जोमसोम के लिए उड़ान भरते समय एक विमान 14 मई 2012 को जोमसोम एयरपोर्ट के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी.
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