टेक्‍नोलॉजी

WhatsApp ने भारत में बैन किए 23 लाख से ज्यादा अकाउंट, जानें वजह

नई दिल्ली: इंस्टैंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप (WhatsApp) ने अक्टूबर में भारत में 23 लाख से अधिक अकाउंट्स पर रोक लगाई है. यह कदम नए IT Rules 2021 के तहत उठाया गया है. बता दें कि ये आंकड़ा केवल अक्टूबर महीने का है.

कंपनी ने कहा कि 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच, 23,24,000 वॉट्सऐप खातों पर प्रतिबंध लगा दिया गया और इनमें से 8,11,000 खातों को सक्रिय रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया. वॉट्सऐप 400 मिलियन से अधिक यूजर्स के साथ वॉट्सऐप दुनिया भर में इस्तेमाल होने वाला मैसेजिंग ऐप हैं. इसलिए ये नए नियम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अधिक जिम्मेदारियां डालने के लिए संशोधन किए गए हैं.

क्यों बैन किए गए अकाउंट्स
वॉट्सऐप को भारत में अक्टूबर में 701 शिकायत की रिपोर्ट मिलीं, जिसमें से 34 पर ‘कार्रवाई’ के रिकॉर्ड थे. एक वॉट्सऐप प्रवक्ता ने कहा कि आईटी नियम 2021 के अनुसार, हमने अक्टूबर 2022 के महीने के लिए अपनी रिपोर्ट प्रकाशित की है. जैसा कि लेटेस्ट मासिक रिपोर्ट में दर्ज किया गया है, वॉट्सऐप ने अक्टूबर के महीने में 2.3 मिलियन से अधिक खातों पर प्रतिबंध लगा दिया है.


उन्नत आईटी नियम 2021 के तहत, 5 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं वाले प्रमुख डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को मासिक अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करनी होगी. इस बीच, खुले, सुरक्षित, विश्वसनीय और जवाबदेह इंटरनेट की दिशा में कदम उठाते हुए, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने ‘डिजिटल नागरिक’ के अधिकारों की रक्षा के उद्देश्य से कुछ संशोधनों को अधिसूचित किया है.

सितंबर में 26.85 लाख अकाउंट किए बैन
मेटा-स्वामित्व वाले वॉट्सऐप ने सितंबर में भारत में 26.85 लाख से अधिक अकाउंट्स पर रोक लगाई थी. इनमें से 8.72 लाख अकाउंट्स पर उपयोगकर्ताओं से कोई रिपोर्ट मिलने से पहले ही रोक लगा दी गई. कंपनी ने अगस्त में 23.28 लाख से अधिक अकाउंट पर रोक लगाई थी. सितंबर में प्रतिबंधित खातों की संख्या अगस्त की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है.

Share:

Next Post

केदारनाथ धाम में बनेगा शिव उद्यान और रास्ते में 4 चिंतन स्थल, जानें पूरा प्लान

Thu Dec 1 , 2022
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री ने तीर्थयात्रियों के लिए केदारनाथ ट्रेक और केदार घाटी में विशेष सुविधाओं के निर्माण और विकास पर जोर दिया है. इसके तहत केदार घाटी में स्थित केदारनाथ मंदिर के पीछे एक शिव उद्यान (उद्यान) का निर्माण होगा, जो तीर्थयात्रियों को दिव्यता का एहसास कराएगा. तीर्थयात्रियों के ध्यान और विश्राम के लिए गौरीकुंड […]