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उप्र में अब 20 जनपदों के 802 गांव बाढ़ प्रभावित, नदियां खतरे के निशान के ऊपर

प्रदेश में नदियों में उफान के कारण अब राज्य के बाढ़ प्रभावित जनपदों की संख्या 20 हो गई है। इनमें अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, गोण्डा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, मऊ, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, देवरिया, संतकबीरनगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़ तथा सीतापुर हैं। इन जनपदों के 802 गांव बाढ़ से प्रभावित है।

प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर ने रविवार को बताया कि शारदा नदी, पलिया कला लखीमपुरखीरी, सरयू नदी, तुर्तीपार बलिया राप्ती नदी बर्डघाट गोरखपुर, सरयू (घाघरा) नदी-एल्गिनब्रिज बाराबंकी और अयोध्या में अपने खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 283 बाढ़ शरणालय तथा 715 बाढ़ चौकी स्थापित की गयी है।

उन्होंने बताया कि जनपद बलिया (तहसील-बैरिया) में सरयू (घाघरा) नदी के दायें तट पर स्थित बकुलहा संसार टोला तटबंध के किलोमीटर 4.125 के मध्य निर्मित टी-स्पर के नोज भाग के अपस्ट्रीम में स्लोप क्षतिग्रस्त हो गया है। कटान को रोकने के लिए तुरन्त सीमेंट की खारी बारी में ब्रिक रोड़ा भर कर गैवियान रोप में डालकर फ्लट फाईटिंग का कार्य कराया जा रहा है। कटान स्थल पर जीआई वायर क्रेट में बोल्डर डालकर कटर निर्माण का कार्य कराया जा रहा है। तटबंध एवं टी-स्पर की सतत निगरानी की जा रही है। स्थिति नियंत्रण में है।

जनपद बलिया में ही (तहसील-बैरिया) में सरयू (घाघरा) नदी के दांये तट पर स्थित कोटवा सुलतानपुर रिंग बांध के किलोमीटर 0.400 से किलोमीटर 5.000 के मध्य स्थित ग्राम खादीपुर, कोटवा, सुलतानपुर एवं ताहिरपुर जो बंधे से सटे हैं वहां घाघरा नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण रिंग बांध में जगह-जगह सीपेज हो रही है एवं बंधे पर पानी के अत्यधिक दबाव चलते कटान हो रही है। सीपेज को बन्द कराते हुए बाढ़ बचाव कार्य हेतु सीमेन्ट की खाली बोरी में ब्रिकरोरा तथा लोकल अर्थ नायलान क्रेट में डालकर बाढ़ बचाव का कार्य किया जा रहा है। स्थिति नियंत्रण में है, जिसकी सतत निगरानी की जा रही है। वर्तमान में रिंग बांध एवं ग्राम सुरक्षित है।

प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमें तथा एसडीआरएफ व पीएसी की 07 टीमें इस प्रकार कुल 22 टीमें तैनाती की गयी है। 780 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है।

बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। अब तक राहत सामग्री के अन्तर्गत 40,456 खाद्यान्न किट व 1,82,831 मीटर तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 253 मेडिकल टीम लगायी गयी है। प्रदेश में 178 पशु शिविर स्थापित किये गये हैं तथा 6,10,688 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक कुल 1347 कुंतल भूसा वितरित किया गया है।

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