न्यूयार्क/कीव । यूक्रेन पर रूस के हमले (Russia’s attack on Ukraine) के 44वें दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाने के लिए रूस को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (united nations human rights council) से निलंबित कर दिया है। इससे रूस और बौखला गया है।
बता दें कि यूक्रेनी शहर मैरियूपोल (Ukrainian city Mariupol) में पांच हजार से अधिक नागरिकों को मार डालने का आरोप रूसी सैनिकों पर लगा है। यूक्रेन पर रूस के हमले के 44 दिन बाद भी रूस पर किसी तरह का अंतरराष्ट्रीय दबाव काम नहीं कर रहा है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के 44वें दिन मैरियूपोल के मेयर वाद्यिम बोइचेंको ने पहली बार माना है कि यहां अब तक 5,000 लोग मारे जा चुके हैं और यह बंदरगाह शहर रूसी सैनिकों के कब्जे में है। उधर, एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि रूस ने उत्तर में कीव व चेर्निहीव क्षेत्रों से 24,000 से ज्यादा सैनिक वापस बुलाकर उन्हें बेलारूस या रूस भेजकर पुनर्गठित किया जा रहा है, ताकि दोनेस्क पर हमला कर सकें।
यूक्रेनी विदेश मंत्री का नाटो से हथियार मुहैया कराने का आग्रह
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने नाटो से उनके युद्धग्रस्त देश को हथियार मुहैया कराने का आग्रह किया है। नाटो मुख्यालय में सैन्य संगठन के विदेश मंत्रियों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, मेरा उद्देश्य बेहद सामान्य है, और यह है हथियार, हथियार और बस हथियार। उन्होंने कहा, हमें लड़ना आता है। हमें जीतना भी आता है, लेकिन यू्क्रेन जो मांग कर रहा है उसकी सतत और पर्याप्त आपूर्ति के बिना जीत बहुतों की कुर्बानियां ले लेगी। Share: