
उज्जैन। नगर निगम द्वारा श्वानों को पकडऩे का अभियान नहीं चलाया जा रहा। इस कारण शहर में श्वानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मुख्य सड़कों पर भी श्वानों के झुंड नजर आ रहे हैं। जिला अस्पताल में औसतन रोजाना 20 से अधिक लोग आवारा श्वानों का शिकार होकर उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।
नगर निगम ने पिछले तीन साल से शहर से आवारा श्वानों को पकड़कर उनकी नसबंदी कराने का अभियान जारी रखा है। उमरिया की संस्था द केयर ऑफ एनिमल द्वारा यह नसबंदी की जा रही है। दावा किया जाता है कि तब से प्रतिवर्ष यह संस्था 5 से 7 हजार श्वानों की नसबंदी कर रही है। इसके विपरित अभी भी शहर में आवारा श्वानों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। शहर के सघन आबादी वाले क्षेत्र हो या फिर दूरदराज की नई कॉलोनियां कोई भी आवारा श्वानों से अछूता नहीं रहा है।
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