- लाखों रुपए का प्रधानमंत्री द्वारा भेजा गया निशुल्क गेहूं बेच दिया
विदिशा। शमशाबाद के ग्राम कोलुआ की महिलाएं मंगलवार को अपनी मांग को लेकर दोपहर में तपती सड़क पर पिंड भरते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। जहां उन्होंने डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। कोलूआ में उचित मूल्य की दुकान आवंटन में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। रहवासियों ने बताया कि राजाराम यादव कंट्रोल की दुकान आवंटित की गई थी। उन्होंने कोरोना के दौरान लाखों रुपए का प्रधानमंत्री द्वारा भेजा गया निशुल्क गेहूं बेच दिया।
एफआईआर दर्ज नहीं हुई, 16 लाख रुपए का गबन किया था
उस मामले में जांच की गई और बाद में उनसे दुकान की छीन ली गई लेकिन बाद में रिश्वत लेकर उसकी पत्नी के नाम पर दुकान आवंटित कर दी गई। रहवासियों ने आरोप लगाया कि राजाराम ने कंट्रोल की दुकान में 16 लाख रुपए का गबन किया है। शमशाबाद एसडीएम ने गबन की जांच करके उसकी कंट्रोल की दुकान हटा दी थी।लेकिन राजाराम पर अभी तक 16 लाख रुपए के गबन की कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है और शमशाबाद एसडीएम ने 2 लाख रुपए लेकर उसके परिवार के सदस्य के नाम पर दुकान आवंटित कर दी।
कई गंभीर अपराध दर्ज
राजाराम यादव और उसका परिवार आपराधिक मामलों में शामिल हैं। उन पर वन विभाग की जमीन पर कब्जा करने और कई गंभीर अपराध दर्ज है। ग्रामीणों ने कंट्रोल की दुकान का आवंटन रद्द करने की मांग की गई है।इस पूरे मामले को लेकर डिप्टी कलेक्टर अनुभा जैन का कहना है कि इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। शिकायत सही पाए जाने पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।