- मंदिरों में हुए धार्मिक आयोजन, निकली सवारियाँ
नागदा। पहले सावन सोमवार पर हर कोई भोले की धुन पर मग्न नजर आया। मंदिरों में आयोजन हुए तो कावडिय़ों का जत्था कावड़ यात्रा के लिए रवाना हुआ। इस दिन भगवान भोलेनाथ मुखौटा सहित विभिन्न रुपों में सजे नजर आए। नगर में सवारी भी निकली जिसमें भगवान भोलेनाथ पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले। माँ भुवनेवरी मंदिर समिति के तत्वावधान में सावन की पहली कावड़ यात्रा भीकमपुर वृद्ध महाकालेश्वर के लिए रवाना हुई। लगातार सातवें वर्ष में असंगठित कामगार बोर्ड अध्यक्ष सुल्तानसिंह शेखावत व समिति अध्यक्ष रामसिंह शेखावत के मार्गदर्शन में बड़ी संख्या में यात्रियों का जत्था कावड़ यात्रा के लिए रवाना हुआ।
समिति के मोतीसिंह शेखावत ने बताया सुबह गवर्नमेंट कॉलोनी स्थित मंदिर से कावड़ यात्रा शुरू हुई जो बिरलाग्राम के प्रमुख मार्गों से गुजरकर नायन होते हुए भीकमपुर के लिए प्रस्थान किया। लगभग 30 से अधिक मंचों से कावड़ यात्रा का स्वागत किया गया। नायन, पाड़सुत्या, मालाखेड़ी, भीकमपुर, बड़ागांव के ग्रामीणों ने भी पहुंचकर कावड़ यात्रा का स्वागत किया। सभी कावडिय़ों के भोजन की व्यवस्था भीकमपुर में ही रही। वहां से सभी को बस से नागदा रवाना किया गया।
शिव हनुमान मंदिर में मुखौटा स्वरुप में सजे महाकाल
चिकित्सालय मार्ग स्थित शिव हनुमान मंदिर में भगवान भोलेनाथ का आकर्षक श्रृंगार किया गया। पुजारी ओमनारायण उपाध्याय ने बताया कि भगवान का मुखौटा स्वरुप में श्रृंगार किया गया जिनके दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे।